अब जम्मू के सैन्य कैंप के ऊपर दिखा ड्रोन, जवानों ने चलाई गोलियां

ड्रोन देखे जाने के बाद सेना की ओर से पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सेना के जवान कैंप के भीतर और आसपास के इलाकों में उस जगह को तलाश रहे हैं, जहां ड्रोन के गिरने की संभावना है. क्योंकि माना जा रहा है कि अगर ड्रोन को गोली लगी होगी तो वो नीचे गिरा होगा. ऐसे में उसकी तलाश जारी है.
बता दें कि शनिवार देर रात आतंकियों ने अनमैंड एरियल व्हीकल (यूएवी) यानी ड्रोन की मदद से एयरबेस पर विस्फोटक गिराया था. पाकिस्तानी आतंकवादियों ने महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया है. पहला विस्फोट शनिवार देर रात एक बजकर 40 मिनट के आसपास हुआ जबकि दूसरा उसके छह मिनट बाद हुआ.
अफसरों ने बताया कि इस बम विस्फोट में दो वायुसेना कर्मी घायल हो गए. उन्होंने बताया कि पहले धमाके में शहर के बाहरी सतवारी इलाके में भारतीय वायुसेना द्वारा संचालित हवाई अड्डे के उच्च सुरक्षा वाले तकनीकी क्षेत्र में एक मंजिला इमारत की छत को नुकसान हुआ जबकि दूसरा विस्फोट छह मिनट बाद जमीन पर हुआ था.
फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि यह ड्रोन किधर से आया और जांच में जुटे अधिकारी दोनों ड्रोन के हवाई मार्ग का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि जांचकर्ताओं ने हवाई अड्डे की चहारदीवारी पर लगे कैमरों सहित सीसीटीवी फुटेज खंगाली ताकि यह पता लगाया जा सके कि ड्रोन कहां से आए थे.