मानसून आ गया, बिजली नहीं आई, जोधपुर सहित 10 जिलों के 65 हजार किसानों को है कनेक्शन का इंतजार । Rajasthan News-65 thousand farmers of 10 districts are waiting for electricity connection


बिजली कनेक्शन नहीं मिलने आहत भारतीय किसान संघ ने अब आंदोलन की चेतावनी दी है.
Farmers upset of jodhpur discom area: जोधपुर डिस्कॉम के तहत आने वाले 10 जिलों के करीब 65 हजार किसान पिछले पांच माह से कृषि कनेक्शन का इंतजार कर रहे हैं. बिजली के अभाव में किसान बुवाई नहीं कर पा रहे हैं जबकि मानसून (Monsoon) आ चुका है.
जोधपुर. राजस्थान में मानसून (Monsoon) दस्तक दे चुका है. प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया है. किसान बुवाई में जुटने लग गये हैं. लेकिन इस बीच जोधपुर डिस्कॉम (Jodhpur Discom) के कारण प्रदेश के दस जिलों के किसान खासा परेशान हो रहे हैं. 5 महीने पहले बिजली कनेक्शन (Electricity connection) का पैसा जमा करवाने के बावजूद अभी तक डिस्कॉम इन किसानों खेतों तक बिजली नहीं पहुंचा पाया है.
दरसअल कोरोना संक्रमण काल के चलते स्टील महंगा हो गया है. जोधपुर डिस्कॉम के अधीन आने वाले 10 जिलों के करीब 65 हजार किसानों ने कृषि कनेक्शन के लिये गत जनवरी में पैसे जमा करवा दिए थे. किसानों का कहना है कि मानसून आ गया है, लेकिन बिजली नहीं आई. किसानों की शिकायतों पर जोधपुर डिस्कॉम के एमडी अविनाश सिंघवी का कहना है कि स्टील की बढ़ी हुई कीमतों की वजह से सामान नहीं मिल पा रहा है. इसके कारण डिस्कॉम किसानों को कनेक्शन देने में असमर्थ हो रहा है.
फसलों की बुवाई पर हो रहा है असर
5 महीने से बिजली कनेक्शन का इंतजार कर रहे किसानों के सामने अब बुवाई का संकट आ गया है. मारवाड़ में मूंगफली और जीरे समेत अन्य फसलों की बुवाई बिजली कनेक्शन नहीं मिलने से रुकी पड़ी है. कोरोना के कारण मजदूरों का भी टोटा है. जनरेटर या अन्य सुविधा जुटाने के लिए किसानों को अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ेगा. वह किसानों के बूते से बाहर हो रहा है. ऐसे में बिजली कनेक्शन नहीं मिलने आहत भारतीय किसान संघ ने अब आंदोलन की चेतावनी दी है.इन जिलों के किसान कर रहे हैं कनेक्शन का इंतजार
जोधपुर डिस्कॉम में 65 हजार किसानों ने कनेक्शन के लिये आवेदन कर रखे हैं. इनमें जोधपुर जिले के 4818, पाली के 1921, सिरोही के 1086, जालोर के 1232, बाड़मेर के 3537, जैसलमेर के 1624, बीकानेर के 2737, चूरू के1844, हनुमानगढ़ के 2526 और श्रीगंगानगर के 1915 किसान शामिल हैं.