Nakli kuf syrup haryana state narcotics bureau exposing fake cough syrup factory being manufactured illegally
हाइलाइट्स
ख्याली एंक्लेव में धीरज गुप्ता के मकान में चल कफ सीरप के कारखाने पर रेड डालकर बड़ी कार्रवाई की है.
लोगों को भ्रमित करने के लिए मकान में नीचे ढक्कन बनाने की फैक्ट्री चलाई जा रही थी
दिनेश कुमार सहरावत
पलवल में रविवार रात को हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स ब्यूरो ने अवैध रूप से बनाई जा रही नकली कफ सीरप के कारखाने पर रेड डालकर वर्षों से चल रहें गोरखधंधे का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ख्याली एंक्लेव में चल रहे कारखाने से लाखों रुपये की बनी और आधी बनी कफ सीरप और उसे बनाने के उपकरण बरामद किए हैं. देर रात तक चली इस कार्रवाई में ड्रग्स कंट्रोल विभाग के अधिकारी भी साथ रहे.
इस मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया है कि मौके से विंग्स कंपनी की नकली खांसी के दवाई बनाई जा रही है. ओनरेक्स की 3087 भरी हुई बोतलें, 6000 खाली बोतल, विंग्स कम्पनी के लगभग 2000 ढक्कन, ओनरेक्स के नाम से सात-आठ सौ नकली लेबल और पूरी दवाई तैयार करने का कच्चा मैटेरियल इस फैक्ट्री से बरामद किए गए हैं. रेड के समय दो एक्यूज पंकज सिंगला और राजेश जैन मौके से नकली कफ सीरप बनाते हुए काबू किए जो पिनगवां के रहने वाले है.
आपके शहर से (पलवल)
नीचे फैक्ट्री और ऊपर चलता था नकली दवा बनाने का गोरखधंधा
हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पलवल एवं फरीदाबाद टीम इंचार्ज सतपाल सिंह, सब इंस्पेक्टर कीमती लाल और टीम उनकी टीम ने सीनियर ड्रग्स कंट्रोल अधिकारी करण गोदारा और जिला ड्रग्स ऑफिसर संदीप गहलान की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना पर ख्याली एंक्लेव में धीरज गुप्ता के मकान में चल कफ सीरप के कारखाने पर संयुक्त रूप से रेड डालकर बड़ी कार्रवाई की है. यह मकान 10,000 रुपये महीने पर किराए पर लिया हुआ है. लेकिन जब टीम ने छापेमारी की तो उन्हें ऐसा कोई दस्तावेज मौके से नहीं मिला है. हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पलवल और फरीदाबाद के इंचार्ज इंस्पेक्टर सतपाल सिंह ने बताया कि अभी काउंटिंग की प्रक्रिया चल रही है. मुकदमा दर्ज करने के बाद दोनों आरोपितों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. लोगों को भ्रमित करने के लिए मकान में नीचे ढक्कन बनाने की फैक्ट्री चलाई जा रही थी और ऊपर की मंजिल पर यह नकली दवाई बनाने का गोरखधंधा चल रहा था.
जानें क्या-क्या मिला
विंग्स कंपनी की नकली खांसी के दवाई बनाई जा रही ओनरेक्स की 3087 भरी हुई बोतलें, 6000 खाली बोतल, विंग्स कम्पनी के लगभग 2000 ढक्कन, ओनरेक्स के नाम से सात-आठ सौ नकली लेबल और पूरी दवाई तैयार करने का कच्चा मैटेरियल इस फैक्ट्री से बरामद किया है. मौके से बरामद अन्य सामान में पैकिंग करने वाली दो मशीनें, ढक्कन लगाने वाली दो मशीनें तथा लेबल लगाने वाली मशीन तथा पैकिंग करने का सामान बरामद किया है.
ये कफ सिरप किडनी और लीवर पर डालता है बुरा असर
सीनियर डीसीओ डॉक्टर करण गोदारा एवं पलवल ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर संदीप गहलान ने बताया कि यहां पाई गई प्रतिबंधित कोडीन फास्फेट से कफ सिरप बनाए जा रहा था, जो नशे के काम आता है. इस कफ सिरप के लेवल पर कोडीन फास्फोरस मिलाया गया है. लैब टेस्टिंग के बाद पता चल पाएगा की कितनी मात्रा में कोडीन फास्फोरस मिलाया जा रहा था. डोज से ज्यादा मात्रा में लिए जाने पर यह काफी नुकसानदायक हो सकता है. यह किडनी और लीवर पर बुरा इफेक्ट डालता है. कोडीन फास्फोरस से किडनी और लीवर को सबसे अधिक प्रभावित होती है. कारखाने में ना तो कोई दवाई बनाने की परमिशन थी ना उनके पास लाइसेंस था और ना ही प्रशिक्षित कम्पिटेंट आदमी बनाने वाला पाया गया. इनके पास से विंग्स कंपनी की दवाई बनाने की कोई अथॉरिटी भी नहीं पाई गई, जो 2 लोग मिले उन्होंने अपने आप को पार्टनर बताएं. इसके अलावा वहां पर कोई कर्मचारी मौके पर रेडिंग टीम को नहीं मिला.
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Tags: Haryana news, Palwal news
FIRST PUBLISHED : March 06, 2023, 09:28 IST