यूरोपीय संघ का बड़ा कदम, ईयू की संसद ने रूस को आतंकवाद का प्रायोजक करार दिया, समर्थन में पड़े 494 वोट-European Union Parliament declares Russia to be a state sponsor of terrorism
यूरोपीय संघ (ईयू) की संसद ने बुधवार को एक प्रस्ताव का जोरदार समर्थन किया जिसमें यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस को आतंकवाद का प्रायोजक कहा गया है। इस प्रस्ताव के समर्थन में 494 मत पड़े जबकि इसके खिलाफ मात्र 58 मत ही मिले। इसके अलावा 48 मत नहीं दिए गए। यूरोपीय संघ की विधायिका ने यूक्रेन पर हमले के बाद 24 फरवरी से किए गए युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को अंतरराष्ट्रीय अदालत के समक्ष पेश करने के लिए रूस पर दबाव बढ़ाने की मांग की। यूक्रेन पर रूसी हमले की 27 देशों के यूरोपीय संघ ने तीखी निंदा की है और कई बार कहा है कि पिछले 10 महीनों में रूस के कई कदम युद्ध अपराधों के समान हैं।
इससे पहले खबर आई थी कि यूरोपीय संघ के नेताओं ने यूक्रेन को अगले साल तक वित्तीय सहायता के रूप में 18 अरब यूरो प्रदान करने की योजना को हरी झंडी दी है। इससे पूर्वी यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने आगाह किया था कि रूस उनके देश की ऊर्जा आधारभूत संरचना को तबाह कर शरणार्थी संकट को और भड़काना चाहता है। ब्रसेल्स में 27 राष्ट्रों वाले ईयू के नेताओं के एक शिखर सम्मेलन में अनुमोदित योजना यूक्रेन के लिए मासिक किस्त के तौर पर अमेरिकी वित्तीय सहायता के समान होगी। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा, ‘‘यूक्रेन ने हमें बताया है कि मूलभूत सुविधाओं को बनाए रखने के लिए उन्हें प्रति माह लगभग 3-4 अरब यूरो की आवश्यकता है।’’
हर महीने 1.5 अरब यूरो देना चाहता है ईयू
लेयेन ने कहा कि यह आंकड़ा यूरोपीय संघ और अमेरिका द्वारा समान रूप से पूरा किया जाएगा, साथ ही अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से अतिरिक्त धन मुहैया कराया जाएगा। लेयेन ने संवाददाताओं से कहा कि यूक्रेन के लिए निरंतर आय की उचित व्यवस्था होनी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ईयू हर महीने लगभग 1.5 अरब यूरो प्रदान करना चाहता है। ईयू के वित्त मंत्रियों को एक साथ धन जुटाने के लिए प्रणाली बनाने का काम सौंपा गया है। लेयेन ने नागरिकों और बुनियादी ढांचे पर रूस के ‘‘बर्बर और जानबूझकर’’ हमलों की भी निंदा की है। पिछले आठ महीने से जारी युद्ध में रूस ने मिसाइल और ड्रोन हमलों के साथ यूक्रेन के बिजली स्टेशन, जलापूर्ति लाइन, संयंत्रों और अन्य प्रमुख बुनियादी ढांचे को भी निशाना बनाया है।