“मुझे नहीं लगता ताइवान पर हमला करेगा चीन”, बड़े पलटू निकले बाइडेन, ‘वन चाइना पॉलिसी’ का किया फुल सपोर्ट-US China xi jinping joe biden meeting american president on one china policy taiwan attack


शी जिनपिंग और जो बाइडेन ने की मुलाकात
Xi Jinping-Joe Biden Meeting: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच ऐसे वक्त पर बैठक हुई है, जब चीन और अमेरिका के रिश्ते कई मुद्दों को लेकर तनाव से गुजर रहे हैं। इस बातचीत के दौरान शी और बाइडेन ने बड़ी-बड़ी बातें कहीं। वहीं बाइडेन अपने ही पुराने बयानों से पलटी मारते हुए दिखाई दिए। ताइवान मामले पर चीन के साथ अच्छी खासी आग भड़काने के बाद बाइडेन ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि ‘निकट भविष्य’ में बीजिंग ताइवान पर हमला करने की कोशिश करेगा। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका की ‘एक चीन’ नीति के लिए समर्थन को दोहराया। जबकि इसी साल अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच खून तनाव देखा गया था।
बाइडेन तो इतना तक कह चुके हैं कि अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया, तो अमेरिकी सेना ताइवान की रक्षा के लिए लड़ेगी। वहीं अब उनके सुर काफी बदले हुए नजर आए। जो बाइडेन ने कहा, मेरी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ खुली, स्पष्ट बातचीत हुई है। हमने बहुत सारे मुद्दे उठाए। एक चीन नीति नहीं बदली है। मैंने विदेश मंत्री ब्लिंकेन से दोनों देशों के बीच संचार के रास्ते खुले रखने के लिए चीन की यात्रा करने को कहा है। उन्होंने आगे कहा, मुझे नहीं लगता कि चीन द्वारा ताइवान पर आक्रमण करने का कोई आसन्न प्रयास है। नया शीत युद्ध नहीं होना चाहिए। शी जिनपिंग ने सीधे बात की, वे कुछ प्रमुख मुद्दों पर समझौता करने को तैयार हैं।
बाइडेन ने मानवाधिकारों का मुद्दा उठाया
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शिंजियांग, तिब्बत और हांगकांग में चीन की करतूतों और मानवाधिकारों के बारे में अधिक व्यापक रूप से चिंता व्यक्त की है। ताइवान पर उन्होंने विस्तार से बताया कि हमारी एक चीन नीति नहीं बदली है, अमेरिका किसी भी पक्ष द्वारा यथास्थिति में एकतरफा बदलाव का विरोध करता है। व्हाइट हाउस ने कहा, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बैठक में ताइवान के प्रति चीन की ‘‘दमनात्मक और आक्रामक कार्रवाइयों’’ पर आपत्ति जताई। इसके साथ ही उन्होंने शिंजियांग, तिब्बत और हांगकांग में चीन द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर चिंताओं को उठाया।
कड़ी प्रतिस्पर्धा जारी रखेंगे दोनों देश
व्हाइट हाउस ने लगभग तीन घंटे के सत्र पर एक बयान में कहा कि बाइडेन ने शी से कहा कि अमेरिका चीन के साथ ‘‘कड़ी प्रतिस्पर्धा करना जारी रखेगा’’ लेकिन ‘‘प्रतिस्पर्धा संघर्ष में नहीं बदलना चाहिए।’’ विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों की प्रतिस्पर्धा के साथ बाइडेन-शी के बीच बैठक का उद्देश्य मतभेदों को कम करना था। बाइडेन ने सोमवार को बाद में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें बैठक पर चर्चा की गई। व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडेन और शी इस बात पर भी सहमत हुए कि ‘‘परमाणु युद्ध कभी नहीं लड़ा जाना चाहिए’’ और न ही इसे जीता जा सकता है, और यूक्रेन में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल या खतरे के प्रति अपने विरोध को रेखांकित किया।’’ बाइडेन-शी की बातचीत में पिछले करीब नौ महीने से यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच रूसी अधिकारियों के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर संदर्भ दिया गया।