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क्या बिहार से तेजतर्रार IPS अफसरों का हो रहा मोहभंग? मनु महाराज, कुंदन कृष्णन और आरएस भट्ठी अब केंद्र में देंगे अपनी सेवाएं


बिहार के तीन आईपीएस अधिकारियों को केंद्र की सेवा पर भेजा गया है.
बिहार के एडीजी कुंदन कृष्णन (ADG Kundan Krishnan), एडीजी आरएस भट्टी और डीआईजी मनु महाराज (DIG Manu Maharaj) को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है. इन तीनों अफसरों के केंद्र में जाने से सवाल उठ रहा है कि क्या तेजतर्रार आईपीएस अफसरों का बिहार से हो रहा मोहभंग है?
पटना. बिहार के वरिष्ठ आईपीएस अफसर कुंदन कृष्णन (ADG Kundan Krishnan) को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए बिहार से विरमित कर दिया गया है. कुंदन कृष्णन 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वे बिहार (Bihar) में एडीजी मुख्यालय जैसे महत्वपूर्ण पद पर रह चुके हैं. उन्हें अगले 3 सालों के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति मिली है. इसके अलावा बिहार के दो और अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति मिली है. जानकारी के अनुसार, कुंदन कृष्णन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में संयुक्त सचिव के पद पर अपना योगदान देंगे. बिहार सरकार के गृह विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. बता दें कि 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान कुंदन कृष्णन एडीजी मुख्यालय के पद पर तैनात थे, लेकिन बिहार सरकार ने चुनाव के परिणाम आने के बाद उन्हें उनके पद से हटाकर नागरिक सुरक्षा परिषद के पद पर तैनात कर दिया था. उस समय एडीजी मुख्यालय के पद से उनको हटाए जाने को लेकर अटकलों का बाजार काफी गर्म हो गया था. हालांकि कुंदन कृष्णन की तरफ से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी, लेकिन बताया जा रहा है कि सत्तारूढ़ दल के एक नेता की अधिकारी पुत्री और एडीजी मुख्यालय रहते कुंदन कृष्णन के बीच कुछ मसला उठा था जिसे लेकर उन्हें उनके पद से हटाकर दूसरी जगह भेज दिया गया था. ये अधिकारी भी जा रहे हैं केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर बिहार सरकार के गृह विभाग ने और आईपीएस अफसरों आरएस भट्ठी और मनु महाराज को भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजे जाने को लेकर आदेश जारी कर दिया है. बिहार सरकार ने अपनी सहमति दे दी है और अब ये दोनों अधिकारी भी बिहार छोड़ देंगे. आरएस 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और मौजूदा समय में वे एडीजी के पद पर तैनात हैं. वहीं, छपरा के डीआईजी और 2005 के आईपीएस अधिकारी मनु महाराज भी अब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने वाले हैं. निश्चित तौर पर यह कुछ ऐसे नाम हैं जो बिहार मजबूत स्तंभ माने जाते रहे हैं.