प्रदर्शन के बीच ईरान ने इराक पर किया बमबारी, 15 की मौत और 30 से ज्यादा घायल-Iran bombed Iraq amid protests 15 killed and more than 30 injured


Iran bombed Iraq
Highlights
- शिविर, घरों, कार्यालयों और अन्य इलाकों को निशाना बनाया
- सुरक्षाकर्मियों ने उनपर गोलियां चलाना शुरू कर दिया
- कुर्दिश ठिकानों पर तोपों और ड्रोन से हमला किया
Protest In Iran: ईरान ने बुधवार को उत्तरी ईरान स्थित विरोधी ईरानी कुर्दिश गुट के ठिकानों पर बुधवार को नए सिरे से ड्रोन हमलों की शुरुआत की। ये हमले ऐसे समय किए गए हैं, जब ईरान में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कुर्दिश अधिकारियों ने यह जानकारी दी। डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ ईरानी कुर्दिस्तान (केडीपीआई) के सदस्य सोरान नूरी ने बताया कि ईरान द्वारा बुधवार तड़के हमले किए गए जो इर्बिल से 60 किलोमीटर पूर्व कोया में केंद्रित थे। गौरतलब है कि केडीपीआई ईरान में वाम सशस्त्र विरोधी गुट है।
कुर्दिश ठिकानों पर बमबारी
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी और अन्य प्रसारकों ने बताया कि देश के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने उत्तरी ईराक में अलगाववादी समूह के कुछ ठिकानों को मिसाइलों और ड्रोन से निशाना बनाया। कुर्दिश टेलीविजन नेटवर्क रुदाव ने स्थानीय डॉक्टर के हवाले से बताया कि ईरान के हमले में 7 लोगों की मौत हुई है और 50 अन्य घायल हुए हैं। नूरी ने बताया कि ईरानी ड्रोन ने कोया के आसपास स्थित सैन्य शिविर, घरों, कार्यालयों और अन्य इलाकों को निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि ईरान द्वारा हमले अब भी जारी हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के बाद कोया के आसपास एंबुलेंस की आवाजाही देखी गई। गौरतलब है कि ईरान के अर्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड ने शनिवार और सोमवार को भी कुर्दिश ठिकानों पर तोपों और ड्रोन से हमला किया था।
ईरान में अभी प्रदर्शन जारी
पुलिस ने प्रदर्शनों को रोकने के लिए कुर्द आबादी वाले इलाकों से सोमवार को 250 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। सुरक्षाबल प्रदर्शन करने वाले लोगों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहे हैं। इनके घरों पर छापेमारी की जा रही है। इस ऑपरेशन में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड भी शामिल हैं। एक कुर्द कार्यकर्ता ने बताया कि सुरक्षाबल उन लोगों को निशाना बना रहे हैं, जो कुर्दों के लिए काम करते हैं। बावजूद इसके जब तक माहसा को इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
सर्वोच्च धार्मिक नेता के खिलाफ प्रदर्शन
प्रदर्शनकारी देश के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह अली खामनेई के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे हैं। जिसके चलते उनपर पुलिस ने गोलीबारी की। इस देश में चुनाव होते हैं और लोकतांत्रिक व्यवस्था भी है, लेकिन बावजूद इसके सभी अहम फैसले खामनेई लेते हैं। यहां की सरकार के लिए एक हैरान करने वाली बात ये भी है कि महिलाओं के साथ पुरुष भी बढ़ चढ़कर इन प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहे हैं। कुर्द आबादी वाले इलाकों में सुरक्षाबलों की लोगों के साथ झड़प होने की खबर आई हैं। मृतका माहसा के शहर में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की है। उनके अंतिम संस्कार के बाद प्रदर्शनकारी गवर्नर हाउस के बाहर एकत्रित हुए थे। जहां सुरक्षाकर्मियों ने उनपर गोलियां चलाना शुरू कर दिया।