रिपुन बोरा के बहाने हिमंत बिस्व सरमा का तंज, बोले- कल फिर चुनाव हो तो मेरा ही समर्थन करेंगे कांग्रेस विधायक

गुवाहाटी: असम कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा (Ripun Bora) के इस्तीफे के बाद राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई हैं. इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने रिपुन बोरा द्वारा कांग्रेस नेतृत्व पर लगाए गए आरोपों को दोहराकर तंज कसा है. हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि अगर राज्य में कल फिर से राज्यसभा चुनाव हो जांए, तो कांग्रेस विधायक भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में वोट देंगे.
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह सच है कि 9-10 कांग्रेसी विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में वोट दिया या हमारी मदद की. अगर कल राज्यसभा चुनाव फिर से होंगे, तो वे मेरी मदद करेंगे. चाहे आप इसे कांग्रेस के साथ विश्वासघात कहें या मेरे प्रति उनका प्यार. लेकिन तथ्य यह है कि अगर कल राज्यसभा चुनाव होते हैं, तो वे फिर से मेरी मदद करेंगे.’ रिपुन बोरा ने अपने त्याग पत्र में कांग्रेस की आंतरिक कलह को पार्टी छोड़ने की वजह बताया.
उन्होंने कांग्रेस के साथ अपना दो दशक पुराना रिश्ता खत्म करते हुए गत रविवार को ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेल (Trinamool congress) का दामन थाम लिया. रिपुन बोरा से पहले असम में कांग्रेस की एक और बड़ी नेत्री और राज्यसभा सदस्य रहीं सुष्मिता देव भी पार्टी से इस्तीफा देकर तृणमूल कांग्रेस में चली गई थीं. उन्हें तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल से राज्यसभा भेजा है. माना जा रहा है कि रिपुन बोरा का ममता बनर्जी की पार्टी में जाना, टीएमसी का बंगाल से बाहर विस्तार करने की रणनीति का हिस्सा है.
हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, ‘यह एक तथ्य है कि कांग्रेस में 22 साल बिताने के बाद भी रिपुन बोरा सहित असम के लगभग सभी कांग्रेस नेता मेरे करीब हैं. कांग्रेस के कई और विधायक हैं, जो भाजपा में आना चाहते हैं. जो हमसे जुड़ना चाहते हैं. हमें उनके लिए जगह बनानी होगी. वरना वे दूसरी पार्टियों में शामिल हो जाएंगे. लेकिन वे मुझसे कहते हैं कि कांग्रेस में कोई भविष्य नहीं है. आप कांग्रेस से और भी नेताओं को बाहर जाते हुए देखेंगे.’
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रिपुन बोरा ने राज्यसभा चुनाव में अपनी हार के लिए असम कांग्रेस के नेताओं को ही जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने असम प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के एक वर्ग पर भाजपा सरकार के साथ गुप्त समझौता करने का भी आरोप लगाया था. वहीं असम कांग्रेस ने रिपुन बोरा को स्वार्थी बताकर उन पर पलटवार किया. गौरतलब है कि रिपुन बोरा को संसद के उच्च सदन के चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा फिर से नामित किया गया था, जिसमें उनको हार का सामना करना पड़ा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Assam, Assam Congress, Himanta biswa sarma