राहत-आफत: महंगाई बढ़ाएगी EMI का बोझ लेकिन जमा पर मिलेगा ज्यादा ब्याज Relief-Disaster: EMI burden will increase, but get more interest on deposits


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Highlights
- तीन बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरें बढ़ाईं
- जून-अगस्त की मौद्रिक समीक्षा में बढ़ोतरी संभव
- रेपो दर में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है RBI
नई दिल्ली। देश में खुदरा महंगाई बढ़कर 6.95 प्रतिशत पर पहुंच गई जो कि 17 महीने का उच्च्तम स्तर है। यह लगातार तीसरा महीना है जब खुदरा महंगाई भारतीय रिजर्व बैंक के स्तर से ऊपर है। ऐसे में यह तय है कि जून की मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी। यानी, आपकी होम, कार समेत दूसरे लोन की ईएमआई बढ़ेगी। हालांकि, इसके साथ ही राहत की यह भी खबर है कि जमा पर भी ज्यादा ब्याज मिलेगा। बैंकों ने इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी है। कई बैंकों ने एफडी की ब्याज दरों में इजाफा किया है।
इन तीन बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरें बढ़ाईं
आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी से पहले ही कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा ने हाल ही में एफडी दरों में बढ़ोतरी की है। कोटक महिंद्रा बैंक ने 2 करोड़ रुपए से कम की राशि के लिए विभिन्न अवधि की एफडी दरों में वृद्धि की है। एचडीएफसी बैंक ने कुछ टेन्योर पर 2 करोड़ रुपए से कम की फिक्स्ड डिपोजिट पर ब्याज दरों में वृद्धि की है। बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने 2 करोड़ से कम की जमा राशि के लिए एफडी पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। एचडीएफसी बैंक 7 दिन से 10 साल तक के एफडी पर 2.50% से 5.60% तक ब्याज दे रहा है।
जून-अगस्त की मौद्रिक समीक्षा में बढ़ोतरी संभव
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ती महंगाई को काबू करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक जून-अगस्त 2022 की मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर में 0.5 फीसदी और 2022-23 की शेष अवधि में रेपो दर में कुल मिलाकर आधा फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है। इसके साथ ही आरबीआई बाजार में तरलता कम करने के उपायों का ऐलान कर सकता है। इसके बाद ब्याज दरों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे। यानी लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी।