सरिस्का टाइगर रिजर्व: 5वें दिन आज काबू में आई आग, हेलिकाप्टर से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन थमा

अलवर. अलवर में स्थित प्रसिद्ध सरिस्का टाइगर रिजर्व (Sariska Tiger Reserve) के जंगलों में धधक रही आग (Fire) पांचवें दिन गुरुवार को काबू (Under control) में आ गई है. उसके बाद वायु सेना के हेलिकॉप्टर (Air force helicopter) से चलाया रहा रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue operation) रोक दिया गया है. हालांकि आज भी हेलिकॉप्टर ने आग बुझाने के लिये सुबह सीलीसेढ़ झील (Silisedh lake) से पानी लाकर जंगल में बौछार करना शुरू किया था. लेकिन बाद में आग पर मोटे तौर पर काबू पा लेने के कारण तीन चक्कर के बाद हेलिकॉप्टर को रोक दिया गया. अब जमीनी स्तर पर वनकर्मी और ग्रामीण इस ऑपरेशन को जारी रखे हुये है. आग पर काबू हो जाने के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है.
इस मामले में सीएम अशोक गहलोत ने जानकारी देते हुये ट्वीट किया कि ”सरिस्का जंगल में लगी आग को लेकर कल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात हुई. मैंने उन्हें आश्वासन दिया था कि आग पर शाम तक या कल सुबह तक काबू पा लिया जाएगा. प्रशासन ने सरिस्का की आग पर मोटे तौर पर नियंत्रण कर लिया है एवं अब एक सीमित जगह पर थोड़ी आग बाकी है जिसे भी जल्द बुझा दिया जाएगा. यह पहाड़ी इलाका है जहां फायर ब्रिगेड पहुंचने में परेशानी आई थी पर हेलिकॉप्टर के इस्तेमाल से आग पर काबू पा लिया गया है. 400 से ज्यादा वनकर्मी व ग्रामीण लगातार इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं.”
27 मार्च को दोपहर में लगी थी आग
सरिस्का टाइगर रिजर्व की अकबरपुर रेंज में बीते 27 मार्च को दोपहर में आग लगी थी. उसके बाद पहले इस पर काबू पा लिया गया था. लेकिन रात को चली हवाओं के कारण यह फिर भड़क गई थी. दुबारा भड़की आग फिर जल्दी से काबू में नहीं आई और इसका फैलाव 8 से 10 किलोमीटर एरिया में हो गया था. इस दौरान भी वन विभाग ने अपने स्तर पर ही आग पर काबू पाने के प्रयास किये थे. लेकिन बात नहीं बनी और आग फैलती गई.
करीब 20 किलोमीटर के क्षेत्र में फैल गई थी आग
उसके बाद आग पर काबू पाने के लिये सेना की मदद मांगी गई थी. इस दो दिन पहले मंगलवार को वायु सेना के दो हेलिकॉप्टर यहां भेजे गये. उन्होंने सिलीसेढ़ झील से पानी लाकर जंगल में गिराना शुरू किया. इसके बावजूद आग का फैलाव होता गया. बताया जा रहा है कि आग ने अपना दायरा करीब 20 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला लिया था. इस पर रेस्क्यू ऑपरेशन तेज किया गया. बुधवार दोपहर बाद आग धीरे-धीरे मंद पड़ने लगी. इस पर बुधवार को एक हेलिकॉप्टर वापस भेज दिया गया था और एसडीआरएफ के जवानों को बुलाया गया था.
मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक भी पहुंचे थे सरिस्का
हेलिकॉप्टर के अलावा जमीनी स्तर पर वन विभाग के कर्मचारियों समेत एसडीआरएफ के जवानों और सैंकड़ों ग्रामीण इस रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुये थे. जंगल में फैली इस आग के पीछे अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप भी लगे हैं. लेकिन वन विभाग के आला अधिकारियों ने उससे साफ इनकार किया है. बुधवार को मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर भी सरिस्का पहुंचे और हालात का जायजा लिया.
आग से जंगल को खासा नुकसान पहुंचा है
आग लगने के कारणों की जांच का जिम्मा सरिस्का डीएफओ सुदर्शन शर्मा को सौंपा गया है. वे इसकी गहराई से पड़ताल करके फील्ड डाइरेक्टर को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. इस आग को राजस्थान के जंगलों में अब तक लगी सबसे बड़ी आग बताया जा रहा है. आग से जंगल को खासा नुकसान पहुंचा है. इसका आकलन अभी तक हो नहीं पाया है.
आपके शहर से (अलवर)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Alwar News, Rajasthan latest news, Rajasthan news, Tiger reserve news