Pakistan Home Minister Sheikh Rasheed advises PM Imran Khan to hold elections after budget | पाकिस्तान के गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री इमरान खान को बजट के बाद चुनाव कराने की सलाह दी


Sheikh Rasheed Ahmad and Imran Khan with others.
Highlights
- इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ी है: शेख राशिद
- राशिद ने कहा कि संघीय बजट पेश करने के बाद जल्द चुनाव का विचार उनकी व्यक्तिगत ‘राय’ है।
- राशिद ने कहा कि प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 3 या 4 अप्रैल को मतदान हो सकता है।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने शनिवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान को बजट पेश करने के बाद चुनाव कराने की सलाह दी है। उन्होंने दावा किया कि इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ी है। समाचार पत्र ‘डॉन’ की खबर के अनुसार हालांकि राशिद ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए संघीय बजट पेश करने के बाद जल्द चुनाव का विचार उनकी व्यक्तिगत ‘राय’ है और इसे सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के रुख के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
2023 में होना है अगला आम चुनाव
राशिद ने इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री खान को संघीय बजट पेश करने के बाद चुनाव कराने की सलाह दी है, जो प्रत्येक वर्ष 30 जून को वित्तीय वर्ष की समाप्ति से कुछ सप्ताह पहले प्रस्तुत किया जाता है। एक सप्ताह में यह दूसरी बार है जब राशिद ने चल रहे राजनीतिक संकट को खत्म करने के लिए मध्यावधि चुनाव की वकालत की है। राशिद ने गुरुवार को कहा था कि प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के चलते मौजूदा राजनीतिक अनिश्चितता को खत्म करने के लिए देश में जल्द चुनाव कराए जा सकते हैं। अगला आम चुनाव 2023 में होना है।
राशिद ने विपक्ष को मूर्ख करार दिया
शनिवार को इस्लामाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए राशिद ने कहा कि प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 3 या 4 अप्रैल को मतदान हो सकता है। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव 28 मार्च को नेशनल असेंबली में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘मतदान प्रस्ताव पेश होने के 3 से 7 दिनों के बीच होता है।’ राशिद ने प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए विपक्ष को ‘मूर्ख’ करार दिया और कहा कि इस कदम से प्रधानमंत्री की लोकप्रियता बढ़ी है और ‘जल्द चुनाव कराने के लिए यह सही समय है।’