Parle-G के इस फैसले की जमकर हो रही तारीफ, अब ग्राहकों को नहीं चुकाने होंगे बिस्किट के लिए पहले जितने पैसे Parle G Biskit price decrease during increase inflation level in India and world


Highlights
- कंपनी बिस्किट के दाम में कमी के साथ-साथ पैकेट के वजन में बढ़ोतरी भी कर सकती है।
- बिस्किट के दाम में 10 से 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है।
- पिछले साल नवंबर में कंपनी ने कीमतों में की थी 10 फीसदी की बढ़ोतरी
Parle-G: एक तरफ जहां देश में चीजें महंगी हो रही है वहीं पारले-जी (Parle-G) बिस्किट (Biskit) के दाम में कटौती करने की तैयारी कर रही है। कंपनी बिस्किट के दाम में कमी के साथ-साथ पैकेट के वजन में बढ़ोतरी भी कर सकती है। बढ़ती महंगाई (Inflation) के बीच अगर कंपनी ऐसा कर देती है तो इससे आम नागरिक को काफी राहत मिलेगी।
कीमत में कितनी फीसदी की आएगी गिरावट?
इंटस्ट्री के एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पिछले दो साल से बिस्किट की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी होती रही है। अब रोजमर्रा की इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं के दाम में कमी हो सकती है। पारले-जी कंपनी के सीनियर कैटेगरी हेड मंयक शाह का कहना है कि यदि मौजूदा ट्रेंड जारी रहता है तो आने वाले समय में बिस्किट के दाम में 10 से 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है।
क्यों कंपनी दाम कम करने पर कर रही विचार?
शाह से जब ये पूछा गया कि कंपनी बढ़ती महंगाई के बीच दाम करने पर क्यों विचार कर रही है? इसपर उन्होनें कहा कि अब धीरे-धीरे कृषि उत्पादों की कीमतों में कमी आ रही है। गेहूं के रेट भी कम हो रहे हैं। साथ ही पाम ऑयल के दाम भी कम होने शुरु हो गए हैं। यही कारण है कि कंपनी अपने बिस्किट के प्राइस को कम करने पर विचार कर रही है।
क्या इससे कंपनी को नुकसान उठाना पड़ेगा?
शाह ने पहले कीमतों में इजाफा करने को लेकर कहा कि पिछले डेढ़ साल से कंपनियों के पास दाम बढ़ाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। कोविड के चलते सप्लाई चेन प्रभावित हुआ था, जो कीमतों में वृद्धि का एक बड़ा कारण बना था। उसका असर बिक्री पर भी देखने को मिला। कई कंपनियों को कुछ नुकसान भी उठाना पड़ा था, लेकिन अब मार्जिन में सुधार आ गया है। अगर अब कंपनी दाम में गिरावट करती है तो उसे कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।
पिछले साल नवंबर में कंपनी ने की थी 10 फीसदी की बढ़ोतरी
पिछले साल नवंबर के महीने में प्रमुख खाद्य कंपनी पारले प्रोडक्ट्स ने उत्पादन लागत में वृद्धि के मद्देनजर अपने उत्पादों की सभी श्रेणियों की कीमतों में पांच से 10 प्रतिशत की वृद्धि की थी। कंपनी ने रस्क और केक सेगमेंट की कीमतों में क्रमशः 5-10 प्रतिशत और 7-8 प्रतिशत की वृद्धि की थी। इसका सबसे लोकप्रिय ग्लूकोज बिस्किट पारले जी भी उस समय 6-7 प्रतिशत महंगा हो गया था।