Bihar Amit Shah vs Nitish Kumar Tejashwi Yadav Grand Alliance Lok Sabha Elections 2024 Rally live updates
पटना. लोकसभा चुनाव होने में अभी देरी है, लेकिन बिहार की राजनीति में उसका असर अभी से ही नजर आने लगा है. आज बिहार की सियासत में सुपर शनिवार देखने को मिलेगा क्योंकि जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक रैली में हुंकार भरेंगे, तो वहीं महागठबंधन भी उसका जवाब देने की तैयारी कर चुकी है. बिहार में जारी राजनीतिक उठा-पटक के बीच केंद्रीय गृह मंत्री दो स्थानों पर भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों को संबोधित करेंगे, जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव महागठबंधन की रैली को संबोधित करेंगे.
भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार शाह के बिहार दौरे की शुरुआत वाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र से होगी जहां उनका कार्यक्रम एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने का है. इस क्षेत्र को भाजपा का गढ़ माना जाता है हालांकि, 2019 में हुये आम चुनाव में यह सीट गठबंधन सहयोगी जदयू के खाते में चली गई थी. शाह का कार्यक्रम दोपहर में शुरू होगा. उसी दिन शाह के रैली स्थल से 400 किलोमीटर से कुछ अधिक दूर पूर्णिया में महागठबंधन की रैली है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हिस्सा लेंगे. इसमें महगठबंधन के कांग्रेस और वाम दल जैसे सहयोगी भी शामिल होंगे. इसके अलावा, पूर्णिया मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र के केंद्र में है, जहां सात दलों का महागठबंधन गठबंधन अपनी पहुंच को बढ़ाने की उम्मीद कर रहा है.
नीतीश को पीएम चेहरे के रूप में पेश किए जाने की गुंजाइश नहीं
राजद सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि पार्टी क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति का प्रदर्शन करेगी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व को आगे बढ़ाएगी. यह किसी भी संयुक्त विपक्षी मोर्चे में जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार के लिए एक राष्ट्रीय भूमिका की भी वकालत करेगा. हालांकि, कुछ रिपोर्टों के विपरीत, गठबंधन में कांग्रेस की उपस्थिति और सभी को साथ लेने की जरूरत को देखते हुए, नीतीश को 2024 के लिए महागठबंधन के प्रधानमंत्री चेहरे के रूप में पेश किए जाने की बहुत कम संभावना है.
तेजस्वी बिहार के अगले सीएम फेस?
इसके बजाय रैली से यह उभर कर सामने आ सकता है कि भाजपा विरोधी गठबंधन में ‘राष्ट्रीय संयोजक’ की भूमिका कौन निभाएगा? जद (यू) के एक नेता ने कहा कि रैली का मकसद गठबंधन की एकता दिखाना है, ना कि किसी एक नेता पर फोकस करना. एक नेता ने कहा, ‘पूर्णिया रैली को सफल बनाने के लिए राजद ने पूरी ताकत झोंक दी है. कोई फर्क नहीं पड़ता कि 2025 में तेजस्वी के सीएम चेहरे के बारे में जद (यू) क्या कहता है, रैली इस बात की पुष्टि करेगी कि तेजस्वी एक अखिल बिहार नेता के रूप में आए हैं.’
महागठबंधन की क्या है रणनीति?
पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि नगर में रैली के साथ, शाह राज्य के दूसरे क्षेत्रों को भी कवर करेंगे. भाजपा नेताओं का कहना है कि उनकी योजना 2024 तक सभी क्षेत्रों की यात्रा करने की है. वहीं, यह भी माना जा रहा है कि अमित शाह की रैली के दिन ही जनसभा के लिए महागठबंधन द्वारा पूर्णिया का चुनाव करना महज संयोग नहीं है. दरअसल, शाह ने पिछले साल 23 सितंबर को उसी मैदान से बिहार के लिए भाजपा के 2024 अभियान की शुरुआत की थी, जहां जद (यू), राजद और कांग्रेस शनिवार को अपनी बैठक करने वाले हैं.
‘मुस्लिम तुष्टिकरण की दिशा में बढ़ रहा है महागठबंधन’
भारतीय जनता पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा के महासचिव और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, ‘भाजपा संगठनात्मक शक्ति और वैचारिक प्रतिबद्धता के दो स्तंभों पर खड़ी है और केंद्रीय गृह मंत्री की बिहार यात्रा उसी की पुष्टि है.’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘दूसरी ओर, महागठबंधन ने मुस्लिम तुष्टिकरण का कार्ड खेलने के लिए सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सीमांचल इलाके को चुना है.’
राजद ने भाजपा पर साधा निशाना
महागठबंधन में शामिल उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भाजपा पर निशाना साधा. तिवारी ने आरोप लगाया, ‘पूर्णिया रैली में भाजपा को सत्ता बाहर करने की लड़ाई के लिये बिगुल बजेगा. अमित शाह के दौरे से कुछ खास असर नहीं पड़ेगा. गृह मंत्री के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का प्रयास करने की संभावना है जो 2024 के चुनावों में भाजपा के लिए एकमात्र उम्मीद है.’
(इनपुट एजेंसी से भी)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Amit shah, Loksabha Election 2024, Nitish kumar, Tejashwi Yadav
FIRST PUBLISHED : February 25, 2023, 07:51 IST