Russia said Western countries are not ready to discuss peace in Ukraine asked for F-16 fighter from US रूस ने कहा- शांति पर चर्चा को तैयार नहीं हैं पश्चिमी देश, इधर यूक्रेन ने US से मांगा F-16 फाइटर

प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन युद्ध के 24 फरवरी को 1 वर्ष हो जाएंगे। मगर अभी तक यह किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच सका है। इधर युद्ध लंबा खिंचने के लिए रूस ने पश्चिमी देशों को जिम्मेदार बताया है। रूस का कहना है कि अमेरिका और पश्चिमी देश नहीं चाहते कि यूक्रेन युद्ध खत्म हो। इसीलिए पश्चिमी देश यूक्रेन मामले में शांति को लेकर चर्चा को तैयार नहीं हैं। रूस ने आरोप लगाया कि यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए पश्चिमी देशों ने कभी भी खुलापन नहीं दिखाया। इसी वजह से युद्ध का कोई अंत होता नहीं दिख रहा है। पश्चिमी देश जानबूझकर यूक्रेन को भड़का रहे हैं और उसे हथियार व टैंक मुहैया करा रहे हैं। इधर 24 फरवरी को युद्ध की बरसी पर बड़े रूसी हमले की आशंका के मद्देनजर यूक्रेन ने अमेरिका से F-16 फाइटर दिए जाने की मांग की है। यूक्रेन ने अमेरिका सांसदों से अपील करते हुए कहा है कि उसे इसकी बहुत जरूरत है और वह लोग इसके लिए राष्ट्रपति जो बाइडन पर दबाव बनाएं।
यूक्रेनी अधिकारियों ने अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों से आग्रह किया कि वे बाइडेन प्रशासन पर एफ-16 भेजने के लिए यह कहते हुए दबाव डालें कि लड़ाकू जेट अमेरिका निर्मित रॉकेटों के साथ रूसी मिसाइल इकाइयों को मारने की यूक्रेन की क्षमता को बढ़ावा देंगे। इससे यूक्रेन और अधिक मजबूती से रूस का मुकाबला कर सकेगा। राष्ट्रपति जेलेंस्की को आशंका है कि पुतिन की सेना युद्ध की बरसी पर कीव और अन्य शहरों में बड़े मिसाइल अटैक और ड्रोन हमले कर सकती है। इसका जवाब देने के लिए उसे एफ-16 फाइटर जेट और अमेरिकी रॉकेट चाहिए। इससे पहले यूक्रेन ने फ्रांस से भी लड़ाकू विमानों की मांग कर चुका है। यह बात अलग है कि अभी तक फ्रांस और जर्मनी ने यूक्रेन को लड़ाकू विमान देने को लेकर कोई फैसला नहीं किया है।
जर्मनी के बाद अब फ्रांस भी देगा यूक्रेन को टैंक
जर्मनी लैपर्ड-2 टैंक यूक्रेन को भेज रहा है। इसके बाद अब जल्द ही फ्रांस भी यूक्रेन को लाइट टैंकों की सप्लाई शुरू करने वाला है। इससे रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन की लड़ाई और मजबूत हो जाएगी। इन दिनों यूक्रेन टैंकों की भारी कमी से जूझ रहा है। अमेरिका भी यूक्रेन को अब्राम टैंक भेजने पर राजी हुआ है। उधर ब्रिटेन ने भी जेलेंस्की को टैंक देने का भरोसा दिया है। इसके बाद अब फ्रांस का कहना है कि वह कीव को AMX-10 लाइट टैंक की डिलीवरी शुरू करेगा। इधर पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन की मदद किए जाने को लेकर पुतिन आग बबूला हो गए हैं।
हाल ही में रूस ने ब्रिटेन को टैंक देने पर धूल में मिला देने की धमकी भी दे डाली है। मगर इसके बावजूद ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने कह दिया है कि वह यूक्रेन को दोगुनी मदद देंगे। इस बीच अमेरिका ने रूस पर आरोप लगाया है कि वह यूक्रेन में मानवता पर बड़ा अपराध कर रहा है। मगर मास्को ने अमेरिका के इस आरोप की निंदा की कि रूस ने यूक्रेन में “मानवता के खिलाफ अपराध” किए हैं, इसे देश को “राक्षस” करने का प्रयास बताया।
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