this era of retrenchment, IT company TCS will present a new example, said this big thing about the removal of employees| छंटनी के इस दौर में IT कंपनी टीसीएस पेश की नई मिसाल, कर्मचारियों को निकालने को


टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का कर्मचारियों की छंटनी का कोई इरादा नहीं है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि टीसीएस में हम प्रतिभाओं को लंबे करियर के लिए तैयार करते हैं। टीसीएस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि कंपनी स्टार्टअप कंपनियों के उन कर्मचारियों की नियुक्ति करने जा रही है जो अपनी नौकरी गंवा चुके हैं। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जबकि दुनियाभर की बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियां कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं।
हम छंटनी में विश्वास नहीं रखते
लक्कड़ ने कहा, हम छंटनी में विश्वास नहीं रखते। हम प्रतिभाओं को आगे बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि कई कंपनियों को इस तरह का कदम इसलिए उठाना पड़ रहा है क्योंकि उन्होंने जितना चाहते थे उससे अधिक लोगों को काम पर रख लिया। वहीं इस मामले में ‘सतर्क’ टीसीएस से जब कोई कर्मचारी जुड़ जाता है, तो यह कंपनी की जिम्मेदारी होती है कि वह उन्हें ‘उत्पादक’ बनाए। लक्कड़ ने कहा कि कई बार ऐसी स्थिति आती है जबकि कर्मचारी के पास मौजूद दक्षता हमारी जरूरत से कम होती है। ऐसी स्थिति में हम कर्मचारी को समय देते हैं और उसे प्रशिक्षित करते हैं। टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या छह लाख से अधिक है। लक्कड़ ने कहा कि कंपनी इस बार भी कर्मचारियों को पूर्व के वर्षों के बराबर वेतनवृद्धि देगी।
1 लाख से अधिक लोग अब तक निकाले गए
टेक उद्योग में 17,400 से अधिक कर्मचारियों ने वैश्विक स्तर पर फरवरी के महीने में अब तक नौकरी खो दी है। भारत में भी कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। 2023 में अब तक, दुनिया भर में लगभग 340 कंपनियों ने 1.10 लाख से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की है। इस महीने छंटनी शुरू करने वाली प्रमुख कंपनियों में याहू, बायजू, गो डैडी, गिटहब, ईबे, ऑटो डेस्क, ओएलक्स ग्रुप और अन्य शामिल हैं। लेऑफ डॉट एफवाईआई की वेबसाइट के अनुसार, जनवरी में 1 लाख के करीब लोगों ने वैश्विक स्तर पर जनवरी के महीने में नौकरी खो दी। अकेले जनवरी में दुनिया भर में 288 से अधिक कंपनियों द्वारा औसतन प्रतिदिन 3,300 से अधिक तकनीकी कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा। मंदी की आशंकाओं के बीच आने वाले दिनों में नौकरियों में और कटौती की संभावना है।पिछले साल नवंबर में 11,000 कर्मचारियों को निकालने के बाद, मेटा (पूर्व में फेसबुक) कथित तौर पर अपने कर्मचारियों की संख्या को और कम करने की योजना बना रहा है।