अमेरिका को लेकर अब पाकिस्तान ने बोली चीन की भाषा, बाइडन को कह दी ये बड़ी बात


Pak Fire On America
Highlights
- पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने कहाकि बाइडन भूल गए इतिहास
- पाकिस्तान ने अमेरिका पर उल्टे लादा कई एहसान
- पाक ने कहा- अमेरिका याद करे कि अतीत में उसके लिए हमने क्या-क्या किया है
Pak Fire On America: अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा पाकिस्तान को दुनिया का सबसे खतरनाक मुल्क बताए जाने के बाद पाक भड़क उठा है। पाकिस्तान ने इस तनातनी के बीच अमेरिका को इतनी खरीखोटी सुना दी है कि जिसकी बाइडन ने कल्पना भी नहीं की रही होगी। जबकि अमेरिका ने हाल ही में पाकिस्तान को एफ-16 के रखरखाव के नाम पर 45 लाख करोड़ डॉलर दिए थे। साथ ही बाढ़ से निपटने के लिए भी लाखों करोड़ डॉलर रुपये दिए थे। मगर पाकिस्तान अमेरिका को गच्चा दे गया।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान से पता चलता है कि वह इतिहास भूल गए हैं। वह भूल गए कि पाकिस्तान ने उनके देश के लिए अतीत में क्या-क्या किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन को पाकिस्तान की परमाणु संपत्ति की सुरक्षा के बारे में अपनी राय में संतुलन बनाने की जरूरत है।
Joe Biden
आस्तीन का सांप निकला पाकिस्तान
बाइडन ने कभी सपने में भी नहीं सोचा रहा होगा कि पाकिस्तान एक दिन उन्हें कुछ ऐसी नसीहत दे डालेगा। यहां तो पाकिस्ता ने उल्टे अमेरिका पर ही एहसान लाद दिए। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने बाइडन को भुलक्कड़ बताते हुए अमेरिका को पूर्व में की गई मदद भी याद दिलाई। अब पाकिस्तान ने अमेरिका के लिए क्या-क्या किया था। यह तो अमेरिका ही जान सकता है। मगर अब बाइडन को यह बात जरूर समझ आ रही होगी कि पाकिस्तान आस्तीन का ऐसा सांप निकला कि उन्हें ही डस लिया। बाइडन सोच रहे होंगे कि हाल ही में पाकिस्तान को 45 लाख करोड़ डॉलर रूपी दूध पाकिस्तान को पिलाया था। बावजूद पाकिस्तान ने डंसने में कसर नहीं छोड़ी।
पाकिस्तान ने कहा- यूक्रेन पर हमारा स्टैंड लगा बाइडन को बुरा
पाकिस्तान ने कहा कि ऐसा लगता है कि अमेरिका को रूस-यूक्रेन संघर्ष पर पाकिस्तान का निष्पक्ष रुख पसंद नहीं आया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की परमाणु क्षमता इस संबंध के लिए सबसे प्रभावी बाधा है। पाकिस्तान के रक्षामंत्री ने कि पाक 1950 के दशक से अमेरिका का सहयोगी रहा है। हालांकि, महाशक्ति ने अपने कठिन समय में कैसे पाकिस्तान का समर्थन किया, यह इतिहास है। हमें इतिहास से सबक सीखना चाहिए, अन्यथा यह हमें एक राष्ट्र के रूप में माफ नहीं करेगा।