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Cancer Patient care after surgery: देश में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट बताती है कि 10 में से 1 भारतीय को अपने जीवनकाल में कैंसर हो जाता है. हालांकि आज कैंसर का इलाज भी है. बहुत सारे अस्पतालों में इसकी सर्जरी भी की जाती है लेकिन अक्सर कैंसर का इलाज मिलने के बाद लोग आगे के जीवन के बारे में सोचते हैं. वे जानना चाहते हैं कि ऑपरेशन के बाद कैंसर रोगी को क्या क्या एहतियात बरतनी चाहिए ताकि जल्दी से जल्दी बीमारी से छुटकारा मिल सके और आगे का जीवन बेहतर गुजर सके.
ऐसे में नई दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल की सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रमेश सरीन ने कई अहम जानकारियां दी हैं. डॉ सरीन कहती हैं कि भारत में कैंसर में तीव्र वृद्धि अधिक वजन, तम्बाकू और शराब की खपत, खराब जीवन शैली और व्यायाम की कमी के कारण हो रही है. अगर लोग अपनी जीवन शैली में बदलाव करें और हानिकारक आदतों से बचें जो इस खतरनाक बीमारी के जोखिम को रोका जा सकता है.
हालांकि, भारत में पुरुषों में सबसे आम कैंसर हेड-नेक कैंसर (विशेष रूप से देश के पूर्वी भाग में ओरल कैंसर) हैं, जबकि महिलाओं में सबसे आम स्तन कैंसर के बाद सर्वाइकल कैंसर है. विडंबना यह है कि ये दोनों रोके जा सकते हैं क्योंकि सिर-गर्दन के कैंसर लगभग हमेशा तम्बाकू के उपयोग से संबंधित होते हैं, जबकि सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस द्वारा पुराने संक्रमण से उत्पन्न होता है. सामान्य कैंसर का उपचार सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी या टारगेटेड थेरेपी के द्वारा होता है. हालांकि इन इलाजों के बाद भी मरीज को कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है.
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कैंसर के रोगी ये बरतें सावधानियां
. कैंसर की सर्जरी के बाद देखभाल- एक बार जब कैंसर का उपचार पूरा हो जाता है तो व्यक्ति को ऑन्कोलॉजिस्ट से देखभाल के लिए टिप्स लेने चाहिए. इनमें भावनात्मक, सामाजिक या वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में मदद के लिए सुझाव भी शामिल हो सकते हैं.
. डॉक्टर से मिलना- सर्जरी के बाद रोगी को उस डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए जिसने रोगी के कैंसर का इलाज किया था.
. व्यायाम- नियमित व्यायाम से कैंसर के इलाज के बाद रिकवरी तेजी से हो सकती है. इसके साथ ही सहनशक्ति बढ़ती है, अवसाद, चिंता, थकान, दर्द कम हो सकता है. मूड बेहतर हो सकता है.
. संतुलित आहार- बहुत सारे फलों और सब्जियों के साथ-साथ साबुत अनाज को शामिल करने के लिए आहार में बदलाव करें. हर दिन कम से कम 2.5 से 3 कप सब्जियां और 1.5 से 2 कप फल खाएं. ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट सहित स्वस्थ वसा चुनें, जैसे मछली, अखरोट, मीट, अंडे, फलियां, मेवे, सब्जियां आदि खाएं.
. वजन- इलाज के दौरान मरीजों का वजन बढ़ या घट सकता है. वजन को स्वस्थ स्तर पर लाने की सलाह दी जाती है.
. आराम- कैंसर से पीड़ित लोगों और कैंसर से बचे लोगों में नींद की समस्या अधिक आम है. ऐसे में पर्याप्त नींद लेना रिकवरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. सोने से दिमाग और शरीर को ठीक होने और तरोताजा होने का समय मिलता है, जिससे उन्हें जागते समय सबसे अच्छा काम करने में मदद मिलती है. अच्छी नींद लेने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है, हार्मोन की कार्यक्षमता में सुधार हो सकता है और रक्तचाप कम होता है. कम से कम 7 घंटे जरूर सोएं.
. तम्बाकू और शराब- धूम्रपान या तम्बाकू चबाने से रोगी को कई प्रकार के कैंसर का खतरा होता है. तंबाकू खाते रहने से दोबारा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. शराब बिल्कुल भी न पीएं.
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Tags: Cancer, Cancer Survivor, Health News
FIRST PUBLISHED : February 11, 2023, 14:56 IST