Earthquake in Nepal government after RSP withdrawal of support, upset over resignation of three min । आरएसपी के समर्थन वापस लेने के बाद नेपाल सरकार में भूचाल, तीन मंत्रियों के इस्तीफे से प्रचंड परेशान

पुष्प कमल दहल प्रचंड, नेपाल के प्रधानमंत्री
नई दिल्ली। नेपाल में सत्तारूढ़ गठबंधन से आरएसपी के समर्थन वापसी के बाद प्रचंड की सरकार लगातार मुश्किलों का सामना कर रही है। लामिछाने के जाने के बाद उनकी पार्टी के तीन और मंत्रियों ने सरकार से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) के अध्यक्ष रबी लामीछाने को नेपाल के गृहमंत्री के पद पर पुन: आसीन करने से प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ द्वारा इनकार कर दिये जाने के बाद आरएसपी ने रविवार को देश के सत्तारूढ़ गठबंधन से हट जाने का फैसला कर लिया। पार्टी के केंद्रीय सदस्यों और सांसदों की संयुक्त बैठक में सरकार से अलग होने का फैसला लिए जाने के बाद आरएसपी के तीन मंत्रियों ने रविवार को इस्तीफा दे दिया था।
श्रम, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा मंत्री डी़ प्रसाद अरयल, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री शिशिर खनाल और स्वास्थ्य एवं जनसंख्या राज्य मंत्री तोषिमा कार्की ने अपने इस्तीफे प्रधानमंत्री को सौंपे। लामीछाने (48) पिछले साल नवंबर में चुनाव में चितवन-2 निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए थे। नेपाल के उच्चतम न्यायालय के 27 जनवरी के फैसले के बाद वह संसद की अपनी सदस्यता गंवा बैठे। उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि संसदीय चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने जो नागरिकता प्रमाणपत्र जमा किया था, वह अवैध है। ऐसे में उनका मंत्री पद एवं पार्टी अध्यक्ष पद भी चला गया, क्योंकि इन पदों पर आसीन रहने के लिए व्यक्ति का नेपाली नागरिक होना जरूरी है। उनतीस जनवरी को उन्होंने पुन: नागरिकता हासिल की और उसके बाद प्रचंड से मिलकर उन्होंने मांग की कि उन्हें फिर से गृहमंत्री बनाया जाए, लेकिन प्रधानमंत्री ने ऐसा करने से मना कर दिया। लामीछाने को पिछले साल 26 दिसंबर को उपप्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री नियुक्त किया गया था। उससे पहले उनकी पार्टी आरएसपी संघीय चुनाव में 20 सीट जीतकर संसद में चौथी सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी थी।
टेलीविजन हस्ती लामीछाने ने 2013 में सबसे लंबे समय के टॉकशॉ की मेजबानी कर गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की कोशिश की थी और तब सुर्खियों में आये थे। लामीछाने ने आरएसपी की केंद्रीय समिति की संयुक्त बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अतीत में भी उन्हें कई विवादों में फंसाने की कोशिश की गयी, लेकिन वह उनसे बाहर आने में सदैव सफल रहे। गठबंधन सरकार से हटने के आरएसपी के फैसले का प्रधानमंत्री प्रचंड के राजनीतिक भविष्य पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। ऐसा इसलिए है, क्योंकि भले ही आरएसपी ने अपने मंत्रियों को वापस बुलाने का निर्णय ले लिया हो, लेकिन पार्टी इस सरकार को समर्थन देती रहेगी।