दिवाली से पहले शेयर बाजार में उत्सव का माहौल, लगातार छठवें दिन तेजी के साथ बंद हुए सेंसेक्स निफ्टी
घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में तेजी जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 104.25 अंक चढ़कर बंद हुआ। कारोबार में उतार-चढ़ाव के बीच वैश्विक बाजारों में गिरावट के बावजूद कंपनियों के बेहतर वित्तीय परिणाम और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की कई सत्रों के बाद बृहस्पतिवार को लिवाली से बाजार में तेजी आई।
दोपहर के कारोबार में तेज बिकवाली के बाद लिवाली से तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 104.25 अंक यानी 0.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,307.15 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 12.35 अंक यानी 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,576.30 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक का शेयर सबसे अधिक 8.96 प्रतिशत उछला।
बैंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि फंसे कर्ज के एवज में किये गये प्रावधान में उल्लेखनीय कमी और मार्जिन बढ़ने से चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 66.29 प्रतिशत उछलकर 5,625.25 करोड़ रुपये रहा। इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोटक महिंद्रा बैंक, नेस्ले, टाइटन और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर भी प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
दूसरी तरफ,बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, एशियन पेंट्स, आईटीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर नुकसान में बंद हुए। इनमें 3.20 प्रतिशत तक की गिरावट आई। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘सख्त मौद्रिक नीति की आशंकाओं के कारण यूरोपीय बाजारों की कमजोर शुरुआत की वजह से दोपहर बाद कारोबार में बिकवाली हुई। घरेलू निवेशकों ने सावधानी बरती और अगले सप्ताह के दौरान कम कारोबार की संभावना के चलते मुनाफावसूली की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बैंकों, आईटी और दैनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में दूसरी तिमाही के बेहतर परिणामों से अच्छी शुरुआत ने बाजार में स्थिरता प्रदान की लेकिन मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक प्रभावित हुए।’’ साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 1,387.18 अंक यानी 2.39 प्रतिशत तथा निफ्टी में 390.60 अंक यानी 2.27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के अनुसंधान उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में मिश्रित रुख के बीच घरेलू बाजार में मजबूती दिखाई है।
हालांकि कारोबार काफी हद तक चुनिंदा क्षेत्रों और शेयरों तक ही सीमित है। इसके अलावा, वैश्विक मोर्चे पर अस्थिरता भी बाजार में बढ़त को सिमित कर रही है।’’ वहीं, बीएसई का ‘मिडकैप’ 0.75 प्रतिशत और ‘स्मॉलकैप’ सूचकांक 0.60 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुए जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक लाभ में बंद हुआ।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट बृहस्पतिवार को गिरावट में बंद हुआ। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92.02 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध खरीददार रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 1,864.79 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर ख़रीदे।