ईसाइयों और मुस्लिमों में जब सबलोग समान, तो धर्मांतरण के बाद नहीं मिलना चाहिए आरक्षण- VHP
हाइलाइट्स
धर्मांतरण के बाद आरक्षण की मांग स्वीकारी तो बढ़ेगा धर्मांतरण
छुआ-छूत सबसे बड़ा अभिशाप हैः विश्व हिंदू परिषद
नई दिल्ली. धर्मांतरण के बाद आरक्षण की मांग को लेकर एक बार फिर से बहस शुरू हो गई है. मामला सुप्रीम कोर्ट में है और केंद्र सरकार ने भी पूरे मामले को लेकर 3 सदस्यीय बालाकृष्णन कमेटी बना दी है, लेकिन इस मामले को लेकर अब राजनीतिक गहमा गहमी तेज हो गई है. विश्व हिंदू परिषद ने धर्मांतरण के बाद आरक्षण की मांग का विरोध करते हुए कहा है कि इससे धर्मांतरण में तेजी आएगी और डेमोग्राफिक बदलाव भी होंगे. इसलिए विहिप इसको लेकर देशव्यापी जनजागरण करेगी.
विहिप के संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन ने बताया कि अनुसूचित जातियों के लिए सामाजिक आर्थिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन के कारण संविधान ने आरक्षण दिया. कन्वर्टेड व्यक्तियों के लिए आरक्षण का विरोध महात्मा गांधी और अंबेडकर दोनों ने किया था. दिल्ली में ईसाई मिशनरियों ने इसको लेकर 10 दिवसीय धरना भी दिया था. विहिप इस मामले को लेकर बहुत चिंतित है. ‘ईसाई मिशनरी और मुल्ला मौलवी’ कहते हैं कि उनके धर्म में समानता है, लेकिन आरक्षण की मांग इसको बताती है कि वहां भी समानता नहीं है.
धर्मांतरण के बाद आरक्षण की मांग स्वीकारी तो बढ़ेगा धर्मांतरण
यदि इनकी धर्मांतरण के बाद आरक्षण देने की ये मांग स्वीकार कर ली तो धर्मांतरण बढ़ जायेगा. देश में जनसंख्या असंतुलन भी बढ़ने लगेगा. नॉर्थ ईस्ट के कई आतंकी संगठन चर्च से फंडिंग लेते हैं. नेहरू और इंदिरा गांधी भी इस मांग को ठुकरा चुके हैं, लेकिन उसी परिवार की सोनिया गांधी ने इसको देने की कोशिश की. विहिप ने चेतावनी देते हुए कहा कि ईसाई मिशनरियों और मौलवियों को अपनी पूजा पद्धति पर ध्यान देना चाहिए.
छुआ-छूत सबसे बड़ा अभिशाप हैः विहिप
विहिप इसको लेकर राष्ट्रव्यापी जनजागरण अभियान चलाएगा और बालाकृष्णन कमिटी से समय लेकर उसके सामने भी अपनी बात रखेगा. इसके साथ साथ डॉक्टर जैन ने बताया कि छुआछूत समाज के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है. हम हमेशा से यही कहते आए हैं इसको लेकर सभी धार्मिक गुरु भी आगे आकर जागरूकता लाएं. केंद्र सरकार भी धर्मांतरण को लेकर कानून लाए.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Bhp, Narendra modi, New Delhi news
FIRST PUBLISHED : October 17, 2022, 19:02 IST