Joint Military Exercise American ship reached South Korea for joint exercise will demonstrate its strength – संयुक्त अभ्यास के लिए अमेरिकी जहाज पहुंचा दक्षिण कोरिया, करेगा अपनी ताकत का प्रदर्शन


The U.S. carrier USS Ronald Reagan is escorted as it arrives in Busan, South Korea
Highlights
- दोनों सहयोगी देश बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास करेंगे
- परमाणु हथियार कभी नहीं छोड़ेंगे- किम जोंग उन
- अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस अगले सप्ताह करेंगी दक्षिण कोरिया की यात्रा
Joint Military Exercise: दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच तनाव जारी है। इस बीच अमेरिका का एक जंगी जहाज दक्षिण कोरिया पहुंचा है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच ‘संयुक्त सैन्य अभ्यास’ से पहले परमाणु हथियार से लैस अमेरिकी जहाज यूएसएस रोनाल्ड रीगन शुक्रवार को दक्षिण कोरिया के बुसान तट पर पहुंचा। इस अभ्यास का लक्ष्य उत्तर कोरिया से बढ़ते खतरे के खिलाफ अपनी ताकत का प्रदर्शन करना है।
इस साल ये सहयोगी देश बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास करेंगे
संयुक्त अभ्यास में 2017 के बाद पहली बार अमेरिका के विमानवाहक जहाज को शामिल किया गया है, जब अमेरिका ने उत्तर कोरिया के परमाणु एवं मिसाइल परीक्षणों के जवाब में तीन विमान वाहक जहाजों और रीगन को दक्षिण कोरिया के साथ नौसेना अभ्यास के लिए भेजा था। उत्तर कोरिया के बड़े हथियारों के परीक्षण और दक्षिण कोरिया और अमेरिका पर बढ़ते परमाणु खतरों के मद्देनजर इस साल ये सहयोगी देश बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास करेंगे।
संयुक्त प्रशिक्षण से संगठन की सैन्य तत्परता में वृद्धि- दक्षिण कोरियाई नेवी
इसे लेकर दक्षिण कोरिया की नौसेना ने कहा कि संयुक्त प्रशिक्षण से संगठन की सैन्य तत्परता में वृद्धि होगी और यह ‘‘कोरियाई प्रायद्वीप में शांति एवं स्थिरता के लिए कोरिया-अमेरिका गठबंधन के संकल्प को दृढ़ करेगा।’’ गौरतलब है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस जब जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के तोक्यो में होने जा रहे अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद अगले सप्ताह दक्षिण कोरिया की यात्रा करेंगी तब उत्तर कोरिया का खतरा उनकी बातचीत के एजेंडा में शामिल रहने की संभावना है।
परमाणु हथियार कभी नहीं छोड़ेंगे- किम जोंग उन
बता दें कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने इस महीने देश की संसद में कहा था कि वह परमाणु हथियार कभी नहीं छोड़ेंगे। उत्तर कोरिया ने एक नया कानून भी पारित किया जो एक परमाणु शक्ति के रूप में उसकी स्थिति को सुनिश्चित करता है और देश या उसके नेतृत्व के खतरे में होने की स्थिति में परमाणु हथियारों के, पहले उपयोग का अधिकार देता है।
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया के लिए जो बाइडन प्रशासन के विशेष प्रतिनिधि सुंग किम ने गुरुवार को सियोल में दक्षिण कोरियाई समकक्ष किम गुन के साथ मुलाकात की, जहां उन्होंने उत्तर कोरिया के परमाणु सिद्धांत पर ‘‘गंभीर चिंता’ व्यक्त की।