केंद्र सरकार ने 8,357 करोड़ रुपए के जिन रक्षा उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी, उसमें एक खास उपग्रह भी है, जानिए इसके बारे में

नई दिल्ली. केंद्र सरकार की रक्षा खरीद परिषद (DAC) ने इसी मंगलवार, 22 मार्च को करीब 8,357 करोड़ रुपए के नए रक्षा-उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी है. इन रक्षा-उपकरणों में एक खास किस्म का उपग्रह भी शामिल है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) की अध्यक्षता में हुई डीएसी की बैठक में इन उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी गई. बैठक के बाद जारी बयान में बताया गया कि डीएसी ने कुछ विशिष्ट सैन्य-उपकरणों की खरीद के लिए जरूरत की स्वीकार्यता (AON) को मंजूरी दी है. यह खरीद प्रक्रिया (Procurement Process) का पहला अहम चरण है. इसके बाद खरीद प्रक्रिया विधिवत् शुरू हो जाती है.
इस बैठक में तय किया गया है कि तमाम सैन्य उपकरण स्वदेशी स्रोतों से ही खरीदे जाएंगे. इनमें भी करीब 380 करोड़ रुपए के 14 सैन्य उपकरण सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSME) से खरीदे जाने हैं. साथ ही नई भारतीय कंपनियों (Startups) से भी. इस बारे में सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज के महानिदेशक रिटायर्ड एयरमार्शल अनिल चोपड़ा के मुताबिक, इस साल भारत ने अपने सैन्य बजट का 68% स्वदेशी कंपनियों से रक्षा-उपकरण खरीदने के लिए रखा है. यह मंजूरी उसी व्यवस्था के अनुरूप है. ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ से बातचीत के दौरान वे बताते हैं, ‘रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) से बनी स्थितियों के बाद तो भारत के लिए स्वदेशी रक्षा-उपकरणों की जरूरत और अधिक महसूस की जा रही है. क्योंकि उस एक युद्ध ने ही पूरी आपूर्ति-श्रृंखला को अस्त-व्यस्त कर दिया है.’
क्या कुछ खरीदा जाना है और खास क्या
डीएसी ने जिन उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी है उनमें एयर डिफेंस फायर कंट्रोल रडार, हल्के सैन्य वाहन और इमेज इंटेंसीफायर प्रमुख हैं. इनमें में भी सबसे खास है सेना के लिए विशेष उपग्रह जीसैट-7बी (GSAT-7B). यह उपग्रह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने खास तौर पर सेना की जरूरतों के मुताबिक तैयार किया है. इससे सेना की सूचना-संचार क्षमता में कई गुना वृद्धि होगी. साथ ही अन्य फायदे भी मिलेंगे. गौरतलब है कि बीते साल नवंबर में ही डीएसी ने 2,236 करोड़ रुपए की लागत से भारतीय वायु सेना के लिए ऐसे ही जीसैट-7सी (GSAT-7C) उपग्रह की खरीद को मंजूरी दी थी. जबकि भारतीय नौसेना के पास पहले से ही जीसैट-7 उपलब्ध है.
क्या कुछ खरीदा जाना है और खास क्या
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |