IT, बैंकिंग और फार्मा के दम पर झूमा था बाजार लेकिन अब विशेषज्ञ दूरी बनाने की दे रहे सलाह, जानिए क्यों IT, banking and pharma, market was swinging on the basis of but now experts are giving advice to


stock market
Highlights
- 62,000 के स्तर को छू कर वापस लौटा है बीएसई सेंसेक्स
- 25,000 के लेवल से नीचे पहुंच गया था सेंसेक्स कोरोना के बाद
- निवेशकों की बीते 18 माह में जबरदस्त कमाई बाजार से हुई
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बाद मार्च, 2020 में भारतीय बाजार टूटकर अपने ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया था। बीएसई सेंसेक्स 25,000 के लेवल से नीचे पहुंच गया था लेकिन उसके बाद Stock Market ने जो रफ्तार पकड़ी वह रुके बिना 62,000 के स्तर को छू कर ही दम ली। लेकिन, बीते कुछ महीनों से बाजार में गिरावट जारी है। सेंसेक्स एक बार फिर टूटकर 56,000 के करीब पहुंच गया है। आगे भी गिरावट की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में विशेषज्ञ निवेशकों से IT, बैंकिंग और फार्मा शेयरों से दूरी बनाने की सलाह दे रहे हैं। वहीं, कमोडिटी और मेटल्स और ऑटो में निवेश की सलाह दे रहे हैं। आखिर, क्यों विशेषज्ञों ने अपना नजरिया बदला है। आइए जानते हैं-
कंपनी करेक्शन (52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से)
रैमको सिस्टम: 47.78%
ग्लोबलस्पेस टीईसी: 45.60%
माइंडटेक : 45.18%
नजारा : 43.23%
स्यूबेक्स : 42.85%
न्यूक्लियस सॉफ्टवेयर: 36.74%
63 मूनटेक : 32.15%
एडवेंट कंप्यूटर : 31.19%
मोबाइल ग्लोबल : 25.11%
रेटगेन ट्रैवल: 30.70%
बैकिंग शेयरों की भी स्थिति अच्छी नहीं
बैंक करेक्शन (52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से)
आईओबी : 32.58%
बैंक ऑफ इंडिया : 47.70%
पीएनबी : 19.85%
साउथ इंडियन बैंक : 38.85%
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस : 52.41%
इक्विटास बैंक : 29.18%
आरबीएल बैंक : 46.63%
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक : 36.07%
फार्मा शेयरों में मुनाफावसूली जारी
कंपनी करेक्शन (52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से)
डेविसलैब: 21.56%
डॉ. रेड्डी : 24.56%
टोरेंट फार्मा : 21.15%
अरबिंदो फार्मा: 33.72%
कैडिला हेल्थ: 42.56%
ल्यूपिन : 39.28%
इप्का लैब : 29.48%
फाइजर : 28.61%
आरती ड्रग : 39.86%
वॉकहार्ट : 50.77%
सुप्रियालाइफ : 28.14%
मार्कसन्स फार्मा : 46.82%
मोरपैन लैब : 42.73%
किस सेक्टर में दांव लगाने की सलाह दे रहे हैं विशेषज्ञ
इंडिया इंफोलाइन सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि दुनियाभर समेत भारतीय शेयर बाजार में गिरावट है। यह गिरावट आने वाले कुछ समय तक चल सकती है। हालांकि, इसके बाद बाजार में फिर से तेजी लौटेगी। कोरोना और लॉकडाउन करीब—करीब खत्म होने से बेस मेटल की मांग बढ़ेगी। यानी बेस मेटल्स और सीमेंट की कंपनियों में आने वाले समय में बेहतर रिटर्न मिलने की उम्मीद है। इसके साथ इस साल ऑटो कंपनियों की बिक्री भी बढ़ेगी। यह ऑटो सेक्टर को पटरी पर लाने का काम करेगा। यानी, इन दो सेक्टर में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही रियल एस्टेट शेयरों को पोर्टफोलियो में शामिल करना बेहतर होगा।