Omicron attack in big cities of India what is the real condition of hospitals Read 10 major points – भारत के बड़े शहरों में ओमिक्रॉन का कहर—क्या है अस्पतालों के हालात

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई (Omicron/Corona in Mumbai Upadte) समेत देश के बड़े शहर में एक बार फिर से कोरोना (Corona Cases in India) ने मुंह उठाना शुरू कर दिया है. अब तक देश के 26 राज्यों में ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant Latest Update) पहुंच चुका है. भारत (Covid19 Omicron in India) में रोजाना मिलने वाले मामलों की संख्या 90,928 तक जा पहुंची है, जो पिछले 200 दिनों में सबसे ज्यादा है.
एक दिन में 495 ओमिक्रॉन के मामलों की उछाल के साथ भारत मं अब तक नए कोरोना वायरस के नए वैरियंट के मामलों की संख्या बढ़कर 2,630 जा पहुंची है. इनमें सबसे अधिक मामले एक बार फिर महाराष्ट्र में पाए गए हैं, जहां इनकी संख्या 797 है. इसी की पीछे दिल्ली है जहां 465 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं राजस्थान में एक 73 वर्ष के बुजुर्ग की नए कोविड स्ट्रेन से मौत का मामला भी सामने आया है, खास बात यह है कि बुजुर्ग को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके थे और वह कहीं यात्रा पर भी नहीं गये थे.
नई दिल्ली में साल की शुरूआत होते ही कोरोना के मामलों में चार गुना बढोतरी देखी गई है. देश भर में 90,928 मामले सामने आए जो एक दिन पहले के 58,097 की तुलना में 56 फीसद ज्यादा थे. दिल्ली, मुंबई के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोलकाता, चैन्नई और बंगलुरू में बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जाहिर की है. हालांकि राज्य के अधिकारियों नें बीमारी को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि देश के ग्रामीण इलाके या जहां स्वास्थ्य सुविधाएं कमजोर हैं वहां भी जल्दी ही इसका कहर बरपेगा.
देश की आर वैल्यू बताती है कि यह संक्रमण महामारी की दूसरी लहर के पीक के दौरान रिकॉर्ड की गई 1.69 से कहीं ज्यादा 2.69 स्तर पर है.
मुंबई में रोजाना मिलने वाले नए संक्रमणों की संख्या बुधवार को 15,166 दर्ज की गई, पिछले साल इसी दौरान यह आंकड़ा 11,000 के आस पास था. चौंकाने वाली बात यह है कि करीब 90 फीसद नए मरीजों में किसी तरह के कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं वहीं महज 8 फीसद लोगों को ही अस्पताल में भर्ती किये जाने की नौबत आ रही है.
इसी तरह अगर दिल्ली की बात की जाए तो बुधवार को यहां नए मामलों की संख्या 10,665 रही लेकिन दिल्ली प्रशासन का कहना है कि अभी तक महज 7 फीसद ही कोविड बैड पर मरीज हैं. हालांकि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि बड़ी संख्या में हल्के मामले भी स्वास्थ्य तंत्र पर दबाव बना सकते हैं.
पश्चिम बंगाल के आधे से ज्यादा मामले कुछ दिन पहले तक कोलकाता से थे. लेकिन अब पड़ौसी जिलों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. देश में सबसे ज्यादा संक्रमण की दर इसी राज्य में दर्ज की गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों में करीब 325 लोगों ने कोविड के चलते अपनी जान गंवाई है.
मामलों में तेजी से उछाल को देखते हे गुजरात के पश्चिम राज्य ने 10.12 जनवरी को होने वाली द्वार्षिक निवेश शिखर सम्मेलन को अनिश्चित काल के लिए टाल दिया है, गौरतलब है कि इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को करना था और इसमें देश के शीर्ष अरबपतियों को हिस्सा लेना था. प्रधानमंत्री के गृह राज्य में बुधवार को 3350 संक्रमण के मामले सामने आए थे.
कई राज्यों में कोरोनावायरस कर्फ्यू और संक्रमण के चलते विशेषज्ञों की चेतावनी के मद्दे नजर कई दलों ने अपनी सार्वजनिक रैलियों पर रोक लगा दी है.
डेटा बताता है कि कोविड के जो रोजाना मामले बढ़ रहे हैं वह मार्च-अप्रैल मं दूसरी लहर के दौरान आने वाले मामलों से 21 फीसद ज्यादा तेज है.
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