America warns its citizen of possible attack on Kabul Airport काबुल एयरपोर्ट: अमेरिका ने जताई हमले की आशंका, अपने नागरिकों से तुरंत हटने को कहा
काबुल. अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल हवाईअड्डा क्षेत्र में मौजूद अपने सभी नागरिकों से तत्काल इलाका छोड़ने का अनुरोध किया है। अमेरिका ने क्षेत्र में खतरे की खुफिया जानकारी मिलने पर अपने नागरिकों से यह अनुरोध किया।
विदेश विभाग ने रविवार सुबह दी चेतावनी में कहा कि अमेरिकी नागरिकों को इस वक्त हवाईअड्डे तथा उसके सभी द्वारों की ओर जाने से बचना चाहिए।
उसने खासतौर से दक्षिण (एयरपोर्ट सर्किल) द्वार और हवाईअड्डे के उत्तरपश्चिम की ओर पंजशीर पेट्रोल स्टेशन के समीप वाले द्वार का जिक्र किया है। गौरतलब है कि हवाईअड्डे पर बृहस्पतिवार को आत्मघाती बम हमले में कम से कम 169 अफगान नागरिक और अमेरिका के 13 सैनिक मारे गए थे।
जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से बात की
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से बात की और अफगानिस्तान के ताजा घटनाक्रम पर चर्चा की। यह बातचीत काबुल हवाई अड्डे के बाहर आत्मघाती बम विस्फोट के दो दिन बाद हुई जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक और लगभग 170 अफगान मारे गए।
जयशंकर ने ट्वीट किया, “अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से बात की। अफगानिस्तान पर अपनी चर्चा जारी रखी। साथ ही संयुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के एजेंडे पर विचारों का आदान-प्रदान किया।”
काबुल हवाईअड्डे के ठीक बाहर हुए बम विस्फोट की कड़ी निंदा करते हुए भारत ने कहा कि इस हमले ने दुनिया द्वारा आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत पर बल दिया। भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह अफगानिस्तान में स्थिति पर सावधानीपूर्वक नजर रखे हुए है और उसका मुख्य जोर उन भारतीयों को वापस लाने पर है जो अभी भी उस देश में हैं।
वहीं ब्लिंकन ने बातचीत के बारे में ट्वीट किया, “भारतीय विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर से आज अफगानिस्तान और संयुक्त राष्ट्र में समन्वय समेत हमारी साझी प्राथकमिकताओं पर चर्चा की।” दोनों नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत का विवरण देते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा: “उन्होंने साझा प्राथमिकताओं के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जिनमें अफगानिस्तान और संयुक्त राष्ट्र में समन्वय जारी रखना भी शामिल है।”