Global trends to direct market movement this week says Analysts


कैसी रहेगी अगले हफ्ते बाजार की चाल
नई दिल्ली। घरेलू मोर्चे पर किसी प्रमुख घटनाक्रम के अभाव में इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा वैश्विक रुख से तय होगी। इसके अलावा डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव रह सकता है। बाजार के विश्लेषकों ने यह राय जताई है। अमेरिकी केन्द्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा उम्मीद से पहले अपने नरम मौद्रिक रुख को वापस लेने की संभावना, कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों तथा चीन द्वारा नियामकीय मोर्चे पर कार्रवाई के बीच बीते सप्ताह वैश्विक बाजारों में जबर्दस्त बिकवाली का सिलसिला चला था।
क्या है एक्सपर्ट्स की राय
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों के अभाव में बाजार वैश्विक घटनाक्रमों से दिशा लेगा। वैश्विक स्तर पर महामारी के मामले बढ़ने से चिंता बढ़ी है। इससे बाजार में काफी उतार-चढ़ाव है।’’ बीते सप्ताह कम सत्रों के कारोबार के दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 107.97 अंक या 0.19 प्रतिशत नीचे आया। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘आगे चलकर बाजार वैश्विक संकेतकों से दिशा लेगा। वैश्विक स्तर पर डेल्टा वैरिएंट के मामले बढ़े हैं, जो बाजारों के लिए इस समय बड़ी चिंता की वजह है। इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा प्रोत्साहन को कम करने को लेकर भी चिंता है।’’ विश्लेषकों ने कहा कि तिमाही परिणामों का सीजन समाप्त हो चुका है। ऐसे में बाजार रुपये के उतार-चढ़ाव, ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और विदेशी कोषों के प्रवाह से भी दिशा लेगा। सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से सात कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1,31,173.41 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक लाभ में हिंदुस्तान यूनिलीवर और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) रहीं। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और विप्रो के बाजार पूंजीकरण में इजाफा हुआ। वहीं एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक तथा भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का बाजार मूल्यांकन घट गया।