विदेश मंत्री जयशंकर ताजिकिस्तान में एससीओ परिषद की बैठक में भाग लेंगे

इसमें कहा गया है कि इस बैठक में दुशांबे में एससीओ देशों के प्रमुखों की परिषद की 16-17 सितम्बर को होने वाली बैठक की तैयारियों का आकलन और वर्तमान अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया जायेगा. यात्रा के दौरान विदेश मंत्री 14 जुलाई को अफगानिस्तान पर एससीओ संपर्क समूह की बैठक में भी शामिल होंगे. इस बैठक में अफगानिस्तान सरकार की भागीदारी भी देखने को मिलेगी.
ये भी पढ़ें : ISIS के साथ भारत के खिलाफ कर रहे थे जिहाद छेड़ने की साजिश, NIA ने तीन लोगों को कश्मीर से दबोचा
ये भी पढ़ें : देश में आ चुकी है कोरोना की तीसरी लहर! लोगों ने तोड़े नियम तो दिखेगा भयावह रूप
विदेश मंत्रालय के अनुसार ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री सिरोजिद्दीन मुहरिद्दीन के आमंत्रण पर जयशंकर ताजिकिस्तान की यात्रा करेंगे. भारत और पाकिस्तान वर्ष 2017 में एससीओ के स्थायी सदस्य बने थे. भारत और पाकिस्तान के अलावा एससीओ में रूस, चीन, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं.
एससीओ के राष्ट्र प्रमुखों की परिषद को पीएम मोदी ने किया था संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने नवंबर 2020 को ऑनलाइन आयोजित किए गए शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation) के शिखर सम्मेलन (SCO Summit) में हिस्सा लिया था. एससीओ के राष्ट्र प्रमुखों की परिषद के 20वें शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे पीएम मोदी ने कहा था कि भारत का शांति, सुरक्षा और समृद्धि पर दृढ़ विश्वास है. और हमने हमेशा आतंकवाद, अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग्स और मनी लॉड्रिंग के विरोध में आवाज उठाई है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत एससीओ चार्टर में निर्धारित सिद्धांतों के अनुसार एससीओ के तहत काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को लेकर दृढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने अपने 75 साल पूरे किए हैं. लेकिन अनेक सफलताओं के बाद भी संयुक्त राष्ट्र का मूल लक्ष्य अभी अधूरा है. पीएम मोदी ने कहा कि महामारी (Pandemic) की आर्थिक और सामाजिक पीड़ा से जूझ रहे विश्व की अपेक्षा है कि यूएन की व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन आए हैं. अप्रत्याशित महामारी के इस कठिन समय में भारत के औषधि उद्योग ने 150 से ज्यादा देशों को जरूरी दवाइयां भेजी हैं.