भतीजे पर पटोले की टिप्पणी पर पवार ने कहा- छोटे लोगों की बातों पर नो कमेंट | On Patoles remarks on nephew Pawar said

सूत्रों के मुताबिक, कुछ स्थानीय पार्टी पदाधिकारियों ने पटोले से शिकायत की थी कि पुणे जिले के प्रभारी मंत्री और राकांपा नेता अजित पवार उनकी मदद नहीं करते और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विभिन्न जिला समितियों में नियुक्त नहीं किया जा रहा है.
क्या कहा था पटोले ने ?
पटोले ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा था, ‘‘ पुणे का प्रभारी मंत्री कौन है? कोई बारामती का है. वह किसका काम कर रहे हैं, क्या वह हमारा काम कर रहे हैं? इस मुश्किल को अपनी ताकत बनाएं. मानसिक रूप से कमजोर नहीं हों. ऐसी ताकत प्राप्त करें, जिससे हमारा व्यक्ति वहां (प्रभारी मंत्री) नियुक्त हो जाए.’’
शरद पवार से जब पटोले द्वारा उनके भतीजे अजित पवार के बारे में की गई टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसे मामलों में नहीं पड़ना चाहता. वे छोटे लोग (कनिष्ठ)हैं. मैं उसके बारे में क्यों बोलूं. अगर (कांग्रेस अध्यक्ष) सोनिया गांधी कुछ बोलती हैं, तो मैं बोलूंगा.’’
पवार ने पटोले द्वारा भविष्य में कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने को लेकर जताए जा रहे संकल्प को भी महत्व नहीं दिया. इस समय शिवसेना-कांग्रेस और राकांपा की महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार है.
पवार ने कहा, ‘‘ प्रत्येक पार्टी का अधिकार है कि वह अपना जनाधार बढ़ाए, इसमें कुछ भी गलत नहीं है. शिवसेना ने वह रुख अपनाया, तो कांग्रेस ने भी वही किया. राकांपा ने भी वही रुख (पार्टी का आधार बढ़ाने का) अपनाया है.’’ उन्होंने कहा कि तीनों पार्टियां एकसाथ मिलकर सरकार चला रही हैं, लेकिन संगठन अलग-अलग है.