जम्मू एयरबेस धमाके से 30 सेकेंड पर दो सुरक्षाकर्मियों ने देखे थे ड्रोन: सूत्र

सूत्रों ने एएनआई को बताया, “डीएससी संतरी अलर्ट पर था और उस पर नजर रख रहा था, जब उसने दो छोटे ड्रोन देखे. ये ऐसे ड्रोन थे जैसे कि शादी में इस्तेमाल किये जाते हैं. दोनों ही ड्रोन हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर रहे थे और अगले लगभग 30 सेकंड के भीतर, जोरदार विस्फोट हुए.”
सूत्रों ने कहा, “वायु सेना के एक अन्य जवान ने भी ड्रोन की आवाज सुनी, जब वह एटीसी टावर के पास अपने केबिन में काम कर रहा था.” सूत्रों ने कहा कि दोनों कर्मियों की सतर्कता ने यह अनुमान लगाने में मदद की है कि पिछले रविवार को वायु सेना स्टेशन पर हमलों के लिए इस्तेमाल किए गए ड्रोन बैटरी से संचालित थे, जिनकी रेंज लगभग 10-12 किलोमीटर की रही होगी और यह भी कि वे हमले के लिए किस दिशा से आए थे.
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NIA को बयान देंगे दोनों कर्मी
ये दोनों कर्मी अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी को बयान देंगे, जिसे इस हमले की जांच का काम सौंपा गया है.
आतंकवादियों द्वारा इस तरह के किसी भी संभावित हमले को रोकने के लिए कई एजेंसियों को शामिल किया गया है और सभी हवाई अड्डों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
सूत्रों ने बताया कि रविवार को जम्मू में वायुसेना अड्डे के अंदर हमले को अंजाम देने के लिए दो ड्रोनों का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने कहा, “विस्फोटों में किसी विमान को कोई नुकसान नहीं हुआ है. दो कर्मियों को मामूली चोटें आई हैं.”