delta plus variant coming to light captain amarinder ordered extension of covid restrictions– News18 Hindi

देश में अब तक डेल्टा वेरिएंट के 50 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में हैं. इसके अलावा मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, केरल, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक में नए वेरिएंट के मामले सामने आए हैं.
क्या है डेल्टा प्लस वेरिएंट
बता दें कि डेल्टा वेरिएंट यानी B.1.617.2 पहली बार भारत में पाया गया था और दूसरी लहर की तबाही का सबब बना था. तब से ये अब तक AY.1 और AY.2. में म्यूटेंट हो चुका है. इन्ही के उपवंश डेल्टा प्लस और डेल्टा वेरिएंट कहलाते हैं. स्पाइक प्रोटीन में डेल्टा के K417N म्यूटेशन हासिल करने से डेल्टा प्लस का निर्माण हुआ.
इससे पहले टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के कोविड-19 कार्य समूह (एनटीएजीआई) के प्रमुख डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा था कि कोरोना वायरस के अन्य स्वरूपों की तुलना में ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप का फेफड़ों के उत्तकों से ज्यादा जुड़ाव मिला है लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि इससे गंभीर बीमारी होगी या यह ज्यादा संक्रामक है.
डेल्टा वेरिएंट पर वैक्सीन के असर को लेकर रिसर्च जारी
आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने बीते रविवार को कहा था कि डेल्टा प्लस से पहले मिले अल्फा बीटा, गामा और डेल्टा जैसे वेरिएंट पर कोविशील्ड और कोवैक्सिन कारगर रही हैं. उन्होंने कहा कि हमारी ओर से फिलहाल इसका परीक्षण जारी है कि कोरोना की वैक्सीन इस वेरिएंट पर कितना असर करती हैं. हमें लैबोरेट्री के नतीजों का इंतजार है. इसके रिजल्ट 7 से 10 दिन में आ जाएंगे.