यूपी में पत्रकार की हत्या पर ममता बनर्जी ने जताया शोक, कहा- स्तब्ध हूं


घटना से एक दिन पहले ही यानी 12 जून को सुलभ श्रीवास्तव ने इलाहाबाद ज़ोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर अपनी हत्या की आशंका जताई थी.
ममता बनर्जी ने कहा, यह देखकर दुख होता है कि “लोकतंत्र और स्वतंत्रता” हमारे लोकाचार का हिस्सा होने के बावजूद, हम उन लोगों की जान नहीं बचा पा रहे हैं.
कोलकाता. उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले में पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की रविवार रात एक ईंट भट्ठे के किनारे संदिग्ध हालात में मौत को लेकर राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले पर योगी सरकार को घेरा है.
ममता बनर्जी ने कहा, त्तर प्रदेश में पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव के निधन पर स्तब्ध हूं.
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, यह देखकर दुख होता है कि “लोकतंत्र और स्वतंत्रता” हमारे लोकाचार का हिस्सा होने के बावजूद, हम उन लोगों की जान नहीं बचा पा रहे हैं जो सच्चाई को सामने लाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं.
एसपी को पत्र लिखकर की थी सुरक्षा की मांगसुलभ श्रीवास्तव ने शराब माफियाओं के खिलाफ एक खबर चलाई थी. उसके बाद से ही उन पर हमले की आशंका थी. उन्होंने 12 जून को ही एडीजी और एसपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की थी. उन्होंने चिट्ठी में अपनी जान को खतरा बताया था. इस घटना के महज एक दिन बाद ही उनकी हत्या कर दी गई.
घटना की जानकारी मिलते ही कोहराम मच गया. सुलभ अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं. वहीं, पुलिस इस मामले को दबाने में जुटी हुई है. अपर पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र द्विवेदी ने सोमवार को बताया कि एक निजी समाचार चैनल के रिपोर्टर सुलभ श्रीवास्तव (42) रविवार रात को लालगंज अंतर्गत असरही गाव से मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे कि थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के सुखपाल नगर ईंट भट्ठे के निकट खंभे से मोटरसाइकिल टकरा जाने के कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गए. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.