अनुसूचित जाति आयोग में पेश हुए सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, दलित समुदाय से मांगी माफी


आयोग में पेश लोकसभा सदस्य रवनीत सिंह बिट्टू ने बिना शर्त मांगी माफी.
Ravneet Singh Bittu Scheduled Castes Commission: रवनीत सिंह बिट्टू ने अपना पक्ष रखते कहा कि उनका कभी भी इस तरह का मकसद नहीं था कि वह दलित समाज के प्रति कोई गलत भावना वाला बयान दें.
चंडीगढ़. पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग (Punjab State Scheduled Caste Commission) द्वारा एक मामले में तलब लोकसभा सदस्य रवनीत सिंह बिट्टू (Lok Sabha member Ravneet Singh Bittu) सोमवार को आयोग के सामने तय समय पर पेश हुए और उन्होंने अपने बीते दिनों दिए बयान के बारे में अपना पक्ष रखा.
इस संबंध में जानकारी देते हुए आयोग की चेयरपर्सन तेजिन्दर कौर (Commission’s chairperson Tejinder Kaur) ने बताया कि पेशी के दौरान रवनीत सिंह बिट्टू ने अपना पक्ष रखते कहा कि उनका कभी भी इस तरह का मकसद नहीं था कि वह दलित समाज के प्रति कोई गलत भावना वाला बयान दें और यदि उनके बयान के साथ किसी के मन को ठेस पहुंची है, तो वह बिना शर्त माफी मांगते हैं. इसके बाद आयोग ने उनको 2 दिनों में अपना पक्ष लिखित तौर पर पेश करने के आदेश दिए हैं.
क्या है मामला
दरअसल शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन और सीटों के बंटवारे को लेकर सांसद बिट्टू ने कहा था कि दोनों दलों के बीच सीटों पर समझौते में पवित्र सीटें श्री आनंदपुर साहिब और श्री चमकौर साहिब (Sri Anandpur Sahib and Sri Chamkaur Sahib) शिरोमणि अकाली दल ने बहुजन समाज पार्टी को दे दी हैं. उनके इस बयान पर पंजाब में बवाल मच गया था.
हालांकि उन्होंने इस बयान से पलटते हुए सफाई दी है कि उनका कहने का ये मतलब नहीं था. वह सिर्फ यह कहना चाह रहे थे कि शिअद पंथक सीटों से भाग रहा है. उनके दिए बयान को लेकर बसपा ने बठिंडा पुलिस (Bathinda police) को शिकायत देकर एफआईआर (FIR) दर्ज करने की मांग की थी. बसपा ने उन्हें मानहानि का नोटिस (Defamation Notice) भी भेजा है. अनुसूचित जाति आयोग (Punjab State Scheduled Caste Commission) ने उन्हें इस मामले में 22 जून 2021 सुबह 11:30 बजे तलब किया था, लेकिन जरूरी काम के चलते आयोग से उन्होंने सोमवार को ही पेश होने की गुजारिश की थी.