निक्की प्रधान और सलीमा टेटे टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम में चयनित


सलीमा टेटे 2016 में पहली बार जूनियर भारतीय महिला हॉकी टीम में चुनी गईंं थी.
महिला हॉकी खिलाड़ी निक्की प्रधान एवम सलीमा टेटे का टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम में चयन हुआ है. एक ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के लिए झारखंड के दो-दो खिलाड़ी एक साथ चयन अपने आप में ऐतिहासिक है.
रांची. ये झारखंड के लिए गौरव का अवसर है. एक ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के लिए झारखंड के दो-दो खिलाड़ी एक साथ चयन अपने आप में ऐतिहासिक है. महिला हॉकी खिलाड़ी निक्की प्रधान एवम सलीमा टेटे का टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम में चयन हुआ है. सलीमा टेटे सिमडेगा जिला के सदर प्रखंड अंतर्गत बड़की छापर गांव की हैं. पिता सुलक्षण टेटे भी अच्छे हॉकी खिलाड़ी हैं. सर्वप्रथम उनके पिता गांव के टीम से सलीमा को सिमडेगा जिला के लठ्ठा खम्हन हॉकी प्रतियोगिता में 2011 से ही लगातार खेलने ले जाते थे, जहां उन्हें बेस्ट खिलाड़ी का भी पुरुस्कार मिला था.
इसी प्रतियोगिता में मनोज कोनबेगी की नजर सलीमा पर गई और उनके पिताजी को सेंटर के लिए ट्रायल देने के लिए कहा. नवंबर 2013 में उसका चयन आवासीय हॉकी सेंटर सिमडेगा में हुआ और उसी वर्ष दिसंबर के अंतिम सप्ताह में ही रांची में आयोजित SGFI राष्ट्रीय विद्यालय हॉकी प्रतियोगिता के लिए झारखंड टीम में चयन हुआ. हॉकी सेंटर में हॉकी कोच प्रतिमा बरवा ने सलीमा को ट्रेनिंग दी. 2014 में हॉकी इंडिया द्वारा पुणे में आयोजित राष्ट्रीय सब जूनियर महिला प्रतियोगिता में पहली बार झारखंड टीम से चुनी गई थी और टीम को रजत पदक मिला था.
2016 में पहली बार जूनियर भारतीय महिला हॉकी टीम में चुनी गई और उसी वर्ष U18 एशिया कप के लिए जूनियर भारतीय महिला टीम की उपकप्तान सलीमा को बनाया गया. टीम को कांस्य पदक मिला था. 2016 नवंबर में ही एक प्रतियोगिता के लिए स्लीमा का चयन सीनियर महिला टीम के लिए हुआ. आस्ट्रेलिया दौरे पर गई थीं. 2019 यूथ ओलंपिक में जूनियर भारतीय महिला हॉकी टीम का कप्तान बनाया गया और टीम को रजत पदक मिला. 2019 में सीनियर भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए स्थाई तौर पर चयन हुआ. अब ओलंपिक के लिए चयन हुआ है. सलीमा की छोटी बहन महिमा टेटे भी हॉकी खिलाड़ी और झारखंड टीम से खेलती हैं. अभी रांची रेलवे में कार्यरत हैं और बैंगलोर में कैंप कर रही हैं.