Iran News Four inmates killed in a fire at a prison in tehran four dead-ईरान की राजधानी तेहरान की जेल में लगी आग, चार कैदियों की मौत और 61 घायल


Four prisoners killed due to fire accident in Tehran prison
Highlights
- स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है: अधिकारी
- आग कैदियों के बीच झगड़े के कारण लगी: सरकारी मीडिया
- इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया था: प्रत्यक्षदर्शी
Iran News: ईरान की राजधानी तेहरान स्थित कुख्यात जेल में भीषण आग लगने से चार कैदियों की धुएं के कारण दम घुटने से मौत हो गई, जबकि 61 कैदी घायल हुए हैं। इस जेल में राजनीतिक कैदियों और सरकार विरोधी कार्यकर्ताओं को रखा गया है। देश की न्यायपालिका ने रविवार को यह जानकारी दी। तेहरान स्थित एविन जेल से निकलतीं आग की लपटों और धुएं को शनिवार की शाम स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था। इस बीच देशभर में महसा अमीनी नामक 22 वर्षीय एक युवती की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से जारी विरोध प्रदर्शन का सिलसिला पांचवें सप्ताह में प्रवेश कर गया। बताया जाता है कि अमीनी को हिजाब ठीक से न पहनने की वजह से हिरासत में लिया गया था। एक ऑनलाइन वीडियो में जेल परिसर में गोलियां चलने की आवाज को सुना जा सकता था।
‘कैदियों के बीच झगड़े हुए झगड़े से लगी आग’
सरकारी मीडिया ने बताया कि कुछ घंटों बाद आग को बुझा दिया गया, लेकिन कोई कैदी भाग नहीं पाया है। सरकारी मीडिया मुताबिक आग कैदियों के बीच झगड़े के कारण लगी। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ‘इरना’ ने एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी के हवाले से बताया कि एक वार्ड में कैदियों और जेल कर्मियों के बीच झड़पें हुईं। अधिकारी ने कहा कि कैदियों ने जेल की वर्दी से भरे एक गोदाम में आग लगा दी। उन्होंने कहा कि संघर्ष को खत्म करने के लिए ‘दंगाइयों’ को अन्य कैदियों से अलग कर दिया गया था। सरकारी मीडिया ने शुरू में नौ कैदियों के घायल होने की खबर दी, लेकिन न्यायपालिका की वेबसाइट पर रविवार को बताया गया कि धुएं से दम घुटने के कारण चार कैदियों की मौत हो गई, जबकि 61 कैदी घायल हो गए। जान गंवाने वाले चारों कैदी चोरी के मामले में जेल में बंद थे।
‘जेल में शांति बहाल हो गई’
अधिकारी ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और दमकलकर्मी आग पर काबू पाने का प्रयास रहे हैं। बाद में, तेहरान के अभियोजक अली सालेही ने कहा कि जेल में ‘शांति’ बहाल हो गई और अशांति का उन विरोध प्रदर्शनों से कोई लेना-देना नहीं था, जो चार सप्ताह तक देश में होते रहे। ऑनलाइन वीडियो में आग के फुटेज में अलार्म बजने के बीच आसमान में धुएं के गुबार उठते दिख रहे हैं और गोली चलने की आवाज सुनाई दे रही है। इसके तुरंत बाद सड़क पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जिसमें लोगों ने ‘तानाशाह की मौत!’ के नारे लगाए तथा टायर जलाए। तानाशाह से उनका तात्पर्य ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को लेकर था।
सड़कों और हाइवे को किया जाम
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि पुलिस ने एविन जेल की ओर जाने वाली सड़कों और राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया और क्षेत्र से कम से कम तीन धमाकों की आवाज सुनी गई। राजधानी के उत्तर में स्थित जेल के पास प्रमुख मार्गों पर यातायात अधिक था, और कई लोगों ने विरोध के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए अपने वाहनों के हॉर्न बजाए। दंगा रोधी पुलिस, एम्बुलेंस और दमकल वाहनों को जेल की ओर जाते देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया था।
ईरान में अमेरिका स्थित ‘सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने बताया कि जेल की दीवारों के भीतर एक ‘‘सशस्त्र संघर्ष’’ छिड़ गया और सबसे पहले जेल के वार्ड नंबर सात में गोलियों की आवाज सुनी गई। हालांकि इस दावे को तुरंत सत्यापित नहीं किया जा सका।
सरकार विरोधी प्रदर्शन तेज हुए
प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को ईरान के कुछ शहरों में मुख्य सड़कों और विश्वविद्यालयों में सरकार विरोधी प्रदर्शन तेज कर दिए। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने बच्चों सहित सैकड़ों लोगों की मौत का दावा किया है। प्रदर्शनकारियों ने देश के उत्तर-पश्चिम में अर्दबील की सड़कों पर ‘‘तानाशाह, सत्ता छोड़ो’’ के नारे भी लगाए। ईरान में पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमीनी की मौत के बाद भड़के जन आक्रोश ने विरोध प्रदर्शन का रूप ले लिया है।