कैसे डोनाल्ड ट्रंप को दी गई दवा कोरोना के मरीजों में जगा रही है उम्मीद?-How Drug That Trump Got For Covid-19 Is Raising Hopes For Patients In India


एंटीबॉडी कॉकटेल एक तरह का इम्युनिटी बूस्टर है. इसे किसी शख्स के कोरोना पॉजिटिव होने के 48 से 72 घंटे के अंदर दिया जाता है.
Antibody Cocktail: एक्सपर्ट इस दवा को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ‘गेम चेंजर’ मान रहे हैं.अब तक के स्टडी की मुताबिक 80 फीसदी मरीज जिन्होंने ये कॉकटेल ली वो जल्दी ठीक हो गए.
नई दिल्ली. कोरोना के इलाज़ के लिए दुनिया में इस वक्त कोई खास दवाई नहीं है. ऐसे में दूसरी बीमारियों में इस्तेमाल होने वाली दवाईयां ही प्रयोग के तौर कोरोना के मरीजों को दी जाती है. इसी कड़ी में इन दिनों ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ (Antibody Cocktail) की चर्चा है. वो दवा जिसे पिछले साल अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दी गई थी. अब भारत में भी ये ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ कई अस्पतालों में कोरोना के मरीजों को दी जा रही है. खास बात ये है कि भारत में इस कॉकटेल के अच्छे नतीजे आ रहे हैं. दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में जिन मरीजों को ये कॉकटेल दी गई उन्हें इलाज के कुछ ही घंटे के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई.
पिछले साल चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप कोरोना से संक्रमित हो गए थे. उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था. इसी दौरान उन्हें प्रयोग के तौर पर एंटीबॉडी कॉकटेल दी गई थी. उस उक्त न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा था कि आने वाले दिनों में ये कोरोना के संक्रमण को रोकने में असरदार हथियार साबित हो सकता है.
ट्रंप में क्या-क्या थे लक्षण, कौन-कौन सी दी गई दवाईयां?
डोनाल्ड ट्रंप को हल्का बुखार और नाक में कंजेशन था. उम्र और भारी वजन के चलते वो कोरोना के हाई रिस्क मरीज़ थे. कहा जाता है कि हॉस्पिटल में उन्हें कम से कम दो बार ऑक्सिजन की जरूरत पड़ी. इसी दौरान उन्हें एंटीबॉडी कॉकटेल की डोज़ दी गई. इसके अलावा उन्हें रेमडेसिवीर की इंजेक्शन लगाई गई. साथ ही उन्हें डेक्सामेथासोन की टैबलेट भी दी गई.
क्या है एंटीबॉडी कॉकटेल?
ये दो दवाओं का मिश्रण है जिसमें कैसीरीविमैब और इमडेवीमैब शामिल है. ये कॉकटेल कोरोना के गंभीर मरीजों को दिया जाता है. आमतौर पर ऐसे मरीज़ जो ‘हाई रिस्क’ ग्रुप में आते हैं. इन दोनों दवाओं के 600-600 MG मिलाने पर ‘एंटीबॉडी कॉकटेल’ दवा तैयार की जाती है.
क्या है एंटीबॉडी कॉकटेल?