Corona Vaccination: देश में दिसंबर तक सबको कैसे लगेगी कोरोना वैक्सीन? समझिए सरकार का पूरा प्लान

नई दिल्ली. भारत में कोरोना की दूसरी लहर (Covid-19 Second Wave) कमजोर पड़ने लगी है, लेकिन तीसरी लहर से बचने के लिए सरकार ने वैक्सीनेशन स्ट्रैटजी (Coronavirus Vaccination in India) में बड़े बदलाव किए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को ऐलान किया कि 21 जून से 18 साल से ज्यादा उम्र वालों को भी फ्री वैक्सीन का फायदा मिलेगा. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए मंगलवार को 44 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर भी दे दिया है. इसमें 25 करोड़ कोविशील्ड (Covishield) और 19 करोड़ कोवैक्सिन (Covaxin) शामिल हैं. सरकार ने कंपनियों को 30% एडवांस पेमेंट भी दे दिया है. ये वैक्सीन तीन कंपनी भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और बायोलॉजिकल ई देंगी.
वैक्सीन को लेकर जारी नई गाइडलाइंस के मुताबिक, केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माता कंपनियों से 75% वैक्सीन खरीद कर राज्यों को मुफ्त में देगी. सरकार ने 74 करोड़ वैक्सीन डोज एडवांस में बुक कर ली है. हालांकि, राज्यों को सख्त चेतावनी दी है कि उन्हें वैक्सीन की बर्बादी से बचना होगा. नहीं तो इसका सीधा असर उन्हें मिलने वाली सप्लाई पर पड़ेगा.
सरकार ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन की 44 करोड़ खुराकों के लिए दिया ऑर्डर
कहां से और कब होगी 74 करोड़ वैक्सीन की सप्लाई?स्वास्थ्य मंत्रालय ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को कोविशील्ड की 25 करोड़ डोज और भारत बायोटेक को कोवैक्सीन की 19 करोड़ डोज का ऑर्डर दिया है. ये डोज जून से दिसंबर तक मिल जाएंगे. मंत्रालय ने हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता बायोलॉजिकल-ई के साथ भी डील की है और 30 करोड़ वैक्सीन डोज रिजर्व रखने का इंतजाम किया गया है. इसके लिए 1500 करोड़ रुपये का एडवांस पेमेंट भी कर दिया गया है. कंपनी अगस्त से दिसंबर के बीच वैक्सीन की डोज की सप्लाई कर देगी. सरकारी अनुमान के मुताबिक, पहली जुलाई तक वैक्सीन की 53.6 करोड़ डोज मिल जाएंगी.
ये वैक्सीन नहीं हैं शामिल
इनमें रूस की स्पुतनिक-V, जाइडस कैडिला, नोवावैक्स, जेनोवा की कोरोना वैक्सीन शामिल नहीं हैं. इन्हें मंजूरी मिल गई है, लेकिन आगे का प्रोसेस शुरू नहीं किया गया है.
दिसंबर तक 8 कंपनियों से मिलेंगी 216 करोड़ वैक्सीन
भारत को अगस्त से दिसंबर तक के बीच तक 8 कंपनियों से 216 करोड़ वैक्सीन की खुराक मिलेंगी.
कंपनी | वैक्सीन खुराक की संख्या |
कोविशील्ड | 75 करोड़ |
कोवैक्सीन | 55 करोड़ |
बायोलॉजिकल ई | 30 करोड़ |
जाइडस कैडिला | 05 करोड़ |
नोवावैक्स | 20 करोड़ |
भारत बायोटेक नेजल | 10 करोड़ |
जेनोवा | 06 करोड़ |
स्पुतनिक वी | 15.6 करोड़ |
इनमें फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन इसमें शामिल नहीं है. जब वो आएंगी तो ये संख्या 250 करोड़ के पार जाने की उम्मीद है.
मुफ्त टीकों और राशन के लिए कितना खर्चा आएगा?
देश के 18-44 आयु वर्ग के लोगों को मुफ्त टीका और गरीबों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार को 1.45 लाख करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ेगा. सरकारी अनुमान के मुताबिक, वयस्कों को मुफ्त टीका मुहैया कराने के लिए सरकार को 45 से 50 हजार करोड़ रुपये तक खर्च करने पड़ेंगे. सरकार ने इसके लिए पहले 35 हजार करोड़ रुपये का बजट बनाया था. इसी तरह देश के 80 करोड़ लोगों को दीवाली तक हर महीने 5 किलो गेहूं या चावल और एक किलो दाल देने में सरकार को 1.10 से 1.30 लाख करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे. ऐसे में कुल खर्च 1.45 लाख करोड़ से ज्यादा हो सकता है.
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निजी अस्पतालों में वैक्सीन की कीमत तय
केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों में दी जाने वाली वैक्सीन की कीमतें तय कर दी हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इन अस्पतालों में कोवीशील्ड सबसे सस्ती दरों पर मिलेगी. इसकी कीमत 780 रुपये तय की गई है. इनमें सबसे महंगी कोवैक्सिन है, जो 1410 रुपये में दी जाएगी. स्पुतनिक V की कीमत 1145 रुपये होगी.