PM मोदी और ठाकरे की मुलाकात पर सियासत तेज, BJP, शिवसेना और राकंपा ने की व्याख्या

मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिल्ली में मुलाकात के बाद राजनीतिक हलचल तेज होने के बीच सत्तारूढ़ शिवसेना और राकांपा ने महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को किसी खतरे से इनकार करते हुए कहा कि सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी.
उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ठाकरे प्रधानमंत्री से अलग से मुलाकात करते हैं तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है. वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत और महाराष्ट्र राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि गठबंधन सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी. महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शिवेसना, राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं.
पाटिल ने कहा कि ठाकरे और मोदी की मुलाकात को लेकर डरने की कोई बात नहीं है क्योंकि शरद पवार समेत कई नेताओं के दूसरे दलों के नेताओं से भी बहुत अच्छे संबंध हैं. फडणवीस ने चुनाव के कुछ महीने पहले से राजनीति शुरू हो जाती है और कोई इसे रोक नहीं सकता, जबकि अन्य दिनों में, राज्य और केंद्र के बीच समन्वय राज्य को मदद मिलती है.
ठाकरे बोले- इस तरह के संवाद में कुछ भी गलत नहीं है प्रधानमंत्री से अलग से मुलाकात करने की बात स्वीकार करते हुए ठाकरे ने कहा कि इस तरह के संवाद में कुछ भी गलत नहीं है और व्यंग्यपूर्ण तरीके से कहा कि वह पाकिस्तान के नेता नवाज शरीफ से मुलाकात करने नहीं गए.
इससे पहले दिन में ठाकरे ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और मराठा आरक्षण, लंबित जीएसटी मुआवजा और कंजुरमार्ग में प्रस्तावित मेट्रो कारशेड जैसे मुद्दों पर चर्चा की. इस दौरान प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चह्वाण भी उनके साथ मौजूद थे. महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, ”हालांकि, मुझे नहीं पता कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के बीच अलग से कोई मुलाकात हुयी है. यदि हम मान भी लेते हैं कि इस तरह की कोई बैठक हुयी भी है तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है.’’
बीजेपी नेता फडणवीस ने भी किया बैठक का समर्थन
फडणवीस ने कहा कि जब वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे तो प्रधानमंत्री उनके साथ अलग से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते थे. उन्होंने कहा, ”जब मैं प्रधानमंत्री से एक शिष्टमंडल के साथ मिलता था तो वह उनके साथ पांच से दस मिनट तक बात करते थे. बाद में प्रधानमंत्री राज्य से संबंधित मुद्दों पर मेरे साथ अलग से 15 से 20 मिनट तक चर्चा करते थे.
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इस मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के विभिन्न मुद्दों के संबंध में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उप मुख्यमंत्री अजित पवार और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण की बात सुनी. आने वाले दिनों में कोई निर्णायक फैसला लिया जाएगा.’’ जयंत पाटिल ने भी राउत के बयान से सहमति जतायी. पाटिल ने कहा, ‘‘हम पांच साल सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह कार्यकाल पूरा करेंगे. मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के बीच अलग से हुई मुलाकात से डरने की कोई जरूरत नहीं है. महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी सरकार को कोई खतरा नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के बीच बेहतर संबंध होना महाराष्ट्र के लिए अच्छा है.