राजस्थान में कोरोना वैक्सीन पर रार बरकरार, अब BJP MLA ने गहलोत सरकार से वापस मांगे 600 करोड़ रुपये


बीजेपी विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन के नाम पर जो राशि इकट्ठी की है उस पर वह भी अपनी स्थिति साफ करे.
Fight over corona vaccine: राजस्थान में कोरोना वैक्सीन को लेकर घमासान जारी है. पीएम नरेन्द्र मोदी की ओर से देशभर में कोरोन वैक्सीन फ्री लगाये जाने की घोषणा के बाद अब बीजेपी विधायक ने गहलोत सरकार से मांग की है कि वो वैक्सीनेशन के नाम पर ली गई विधायकों की 600 करोड़ रुपये की राशि लौटायें.
जयपुर. कोरोना वैक्सीन (Corona vaccine) को लेकर राजस्थान की राजनीति मचा घमासान अभी भी बंद होने का नाम नहीं ले रहा है. पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की ओर से देशभर में कोरोना का टीका फ्री लगाये जाने की घोषणा करने के बाद अब बीजेपी विधायक रामलाल शर्मा (BJP MLA Ramlal Sharma) ने राज्य की गहलोत सरकार के सामने नई मांग रखी है.
राजस्थान बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से युवाओं का फ्री वैक्सीनेशन कराये जाने की घोषणा का स्वागत करते हुये उनका आभार जताया है. विधायक शर्मा ने गहलोत सरकार से मांग की है कि वैक्सीनेशन के नाम पर प्रत्येक विधायक के विधायक कोष से लिए गये 3 करोड़ रुपयों की राशि को वापस विकास कार्यों के लिए रिलीज करे. रामलाल ने कहा कि राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन के नाम पर जो राशि इकट्ठी की है उस पर वह भी अपनी स्थिति साफ करे.
3-3 करोड़ की राशि वापस विधायक कोष में दी जाये
विधायक शर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने संपूर्ण देश के अंदर 18 से 45 साल तक के युवाओं के लिए नि:शुल्क वेक्सीनेशन करवाने का निर्णय किया है. हम सब प्रधानमंत्री के इस निर्णय का स्वागत करते हैं. लेकिन साथ में राजस्थान सरकार की भी कुछ जिम्मेदारियां बाकी हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने प्रत्येक विधायक के विधायक कोष से 3 करोड़ रुपये की राशि वैक्सीनेशन के नाम पर ली है. वे चाहते हैं कि राजस्थान सरकार जल्द ही वैक्सीनेशन के नाम पर लिए गए तीन करोड़ रुपयों की राशि वापस विधायक कोष में विकास कार्यों के लिये रिलीज करे.अन्य राशि पर भी सरकार स्थिति को साफ करे
इसके साथ ही विधायक शर्मा ने सीएम गहलोत को घेरते हुये कहा कि क्या मुख्यमंत्री जी यह भी बताएंगे कि आपने वैक्सीनेशन के नाम पर आमजन, संस्थाओं और उद्योगों से जो राशि इकट्ठी की है क्या उस राशि का उपयोग अन्य मद में करेंगे या वो फिर उसे वापस लौटाया जायेगा. राजस्थान की जनता भी यह जानना चाहती है.