बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर तीन दिवसीय वेबिनार करेगी बीजेपी


बीजेपी तीन दिन का वेबिनार करेगी. (सांकेतिक तस्वीर)
West Bengal Post Poll Violence: न्यूज़18 को मिली सूत्रों से एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक “सुलगता बंगाल क्या हिंसा है समाधान” मुद्दे के इर्द-गिर्द इस वेबिनार का आयोजन किया जाएगा.
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा (West Bengal Post Poll Violence) को लेकर के बीजेपी वेबिनार का आयोजन कर रही. बीजेपी का मानना है कि बंगाल में चुनाव के बाद उस हुए हिंसा लोकतंत्र के लिए एक धब्बा है और यह बदले की भावना से की गई कार्यवाही है. इसके साथ ही साथ बीजेपी या भी मांगती है की पश्चिम बंगाल में पार्टी मुख्य विपक्षी दल के तौर पर उभरी है ऐसे में सत्तारूढ़ दल के संरक्षण में बीजेपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसात्मक कार्रवाई की जा रही है. पार्टी इस बदले की भावना को पूरे देश में अपने कार्यकर्ताओं को बताना चाहती है इसलिए वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस पर चर्चा की जाएगी.
वेबिनार का यह होगा स्वरूप
न्यूज़18 को मिली सूत्रों से एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक “सुलगता बंगाल क्या हिंसा है समाधान” मुद्दे के इर्द-गिर्द इस वेबिनार का आयोजन किया जाएगा. सभी जिलों में आयोजित होने वाले इस वेबिनार में जिले के 300 से लेकर 400 तक कार्यकर्ताओं को वर्चुअल वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जोड़ा जाएगा. इसमें मुख्य वक्ता के द्वारा बंगाल की स्थिति के बारे में बताई जाएगी और यह भी बताया जाएगा कि चुनाव के बाद जिस तरह से बीजेपी बंगाल में मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर उभरी है इसको लेकर के सत्तारूढ़ दल का रवैया कैसा है और कैसे सत्तारूढ़ दल के लोगों के संरक्षण में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- कौन हैं अलपन बंदोपाध्याय जिनके लिए केंद्र से सीधा आमना-सामना कर रहीं ममताइस वेबिनार में एक मुख्य वक्ता होंगे जो लगभग 40 मिनट तक अपनी बात रखेंगे. इसके साथ ही साथ वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े कार्यकर्ता भी सवाल मुख्य वक्ता से पूछ सकेंगे. सवाल जवाब के लिए लगभग 20 मिनट का समय निर्धारित किया गया है.
तीन दिवसीय होगा कार्यक्रम
बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रहे हिंसा को लेकर के आयोजित वेबिनार तीन दिवसीय होगा. इसका आयोजन 1 जून ,2 जून और 3 जून को किया जाएगा. साथ ही साथ आयोजकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि इस वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पार्टी का संदेश अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं तक पहुंचे. इसके लिए सोशल मीडिया का भी पार्टी उपयोग करेगी.