Anshu prakash assault case supreme court reprimands delhi police

दरअसल दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. हाईकोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया व 11 आरोपी विधायकों को मामले में गवाहों के बयानों की कॉपी देने के आदेश दिए थे.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि 19-20 फरवरी 2018 को दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी (मुख्य सचिव) अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया था कि आधी रात को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में उनके साथ आम आदमी पार्टी के विधायकों ने कथित तौर पर मारपीट और बदसलूकी की. इस घटना के बाद अंशु प्रकाश एक हफ्ते की मेडिकल लीव पर चले गए थे. मामले में दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू की थी.
ये भी पढ़ेंः- मुंबई में नहीं होगा कोरोना की तीसरी लहर का असर, TIFR की रिपोर्ट सुकून देने वाली है!
दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दायर की थी, जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अलावा आम आदमी पार्टी के 11 विधायकों के नाम शामिल थे.