लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए छोड़ दी नर्स की नौकरी, पति का देती हैं साथ


मधुस्मिता पति के साथ मिलकर करती है शवों का अंतिम संस्कार. (Pic- ANI)
Odisha: मधुस्मिता ने बताया कि उन्होंने 9 साल नर्स का काम किया है. वह 2019 में भुवनेश्वर लौट आईं और अपने पति के साथ मिलकर लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने लगीं.
उनके मुताबिक उन्होंने पिछले ढाई साल में करीब 500 शवों का अंमित संस्कार किया है. इनमें पिछले साल भुवनेश्वर में 300 कोविड शवों का अंतिम संस्कार भी शामिल है. एक महिला होने के नाते इस कार्य के लिए मेरी आलोचना होती है. लेकिन मैं मेरे पति द्वारा चलाए जा रहे ट्रस्ट के अंतर्गत यह कार्य कर रही हूं.