कोरोना संक्रमित रहे हैं तो कब लगवाएं वैक्सीन का टीका? जानें टीकाकरण से जुड़े नए नियम


कोविशील्ड और कोवैक्सीन का उत्पादन भारत में ही किया जा रहा है, जबकि स्पुतनिक-वी का आयात हो रहा है. फाइल फोटो
Coronavirus Vaccination new rules: कोरोना के अलावा किसी और बीमारी से पीड़ित हैं और आईसीयू में एडमिट रहे हैं तो ठीक होने के 4 से 8 हफ्ते बाद ही टीकाकरण करवाएं.
देश में 18 वर्ष से ऊपर का कोई भी व्यक्ति टीका लगवाा सकता है. इसके लिए आपको कोविन पोर्टल और ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना होगा.
टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार ने अभी तक तीन वैक्सीन को मंजूरी दी है. इनमें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड के साथ भारत बायोटेक और आईसीएमआर की वैक्सीन कोवैक्सीन के साथ रूस की बनाई वैक्सीन स्पुतनिक-वी को भी मंजूरी दी गई है.
ये तीनों वैक्सीन दो खुराक वाली हैं, पहली खुराक के बाद दूसरी खुराक दी जाती है. कोविशील्ड और कोवैक्सीन का उत्पादन भारत में ही किया जा रहा है, जबकि स्पुतनिक-वी का आयात हो रहा है, लेकिन जल्द ही इसका उत्पादन भारत में शुरू हो जाएगा.
वैक्सीन की प्रत्येक खुराक के बीच अंतर की बात करें तो कोविशील्ड की दो खुराक के बीच 12 से 16 हफ्ते का अंतर रखना है, जबकि कोवैक्सीन की दूसरी खुराक 3 से 4 हफ्ते पर ले सकते हैं, स्पुतनिक-वी के लिए ये अवधि 21 दिनों की है.
भारत में मंजूरी प्राप्त तीनों वैक्सीन की बात करें तो स्पुतनिक-वी 92 प्रतिशत प्रभावी है, जबकि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड 70 फीसदी प्रभावी है. वहीं कोवैक्सीन 90 फीसदी तक प्रभावी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के नए निर्देशों के मुताबिक अगर आप कोरोना संक्रमित हैं, तो ठीक होने के तीन महीने बाद ही वैक्सीन की पहली खुराक लें.
नए नियमों के मुताबिक अगर आप वैक्सीन की पहली खुराक लेने के बाद संक्रमित होते हैं तो दूसरी खुराक 3 महीने बाद लगवाएं.
कोरोना के अलावा किसी और बीमारी से पीड़ित हैं और आईसीयू में एडमिट रहे हैं तो ठीक होने के 4 से 8 हफ्ते बाद ही टीकाकरण करवाएं.
अगर आप कोरोना संक्रमित रहे हैं और आपके इलाज में प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग हुआ है, तो आपके अस्पताल से डिस्चार्ज होने के तीन महीने बाद आपका टीकाकरण होगा.
मंत्रालय ने अपने निर्देशों में कहा है कि स्पनपान कराने वाली महिलाएं भी टीकाकरण करा सकती है. हालांकि गर्भवती महिलाओं के वैक्सीनेशन पर कोर्ट ने कहा कि इस पर आगे विचार के बाद फैसला लिया जाएगा.