राष्ट्रीय
अमूल कंपनी के ड्राइवर का बेटा बना दिग्गज डेयरी कंपनी का बड़ा अधिकारी


हितेश सिंह के पिता अमूल कंपनी में बतौर ड्राइवर काम करते हैं (सांकेतिक तस्वीर)
स्कूल के दिनों से ही स्कॉलरशिप की मदद से पढ़ाई करने वाले हितेश ने कभी भी ट्यूशन नहीं ली. उन्होंने एसएमी कॉलेज ऑफ डेयरी साइंस से बीटेक में डेयरी टेक्नोलॉजी में टॉप किया.
नई दिल्ली. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, अहमदाबाद (IIM Ahmedabad) में हाल के प्लेसमेंट के दौरान, 24 साल के हितेश सिंह को कंट्री डिलाइट (Country Delight) में एसोसिएट मैनेजर (नए उत्पाद) के पद के लिए चुना गया है. हितेश हमेशा से डेयरी सेक्टर में काम करना चाहते थे. हितेश और उनके पिता पंकज सिंह के लिए यह किसी सपने के सच होने जैसा है क्योंकि पंकज सिंह अमूल कंपनी में एक ड्राइवर के तौर पर काम करते हैं. हितेश भी अपने मॉडल आरएसस सोढी के नक्शे कदम पर चलना चाहते थे जो कि गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, जो अमूल की ही मार्केटिंग करता है. गुजराती मीडियम स्कूल से पढ़ाई करने के बाद 12वीं में फिजिक्स, कैमेस्ट्री और मैथ्स में 97 पर्सेंटाइल हासिल किया. स्कूल के दिनों से ही स्कॉलरशिप की मदद से पढ़ाई करने वाले हितेश ने कभी भी ट्यूशन नहीं ली. उन्होंने एसएमी कॉलेज ऑफ डेयरी साइंस से बीटेक में डेयरी टेक्नोलॉजी में टॉप किया. ये भी पढ़ें- राज्यों ने निकाले 21 करोड़+ वैक्सीन डोज के ग्लोबल टेंडर, लेकिन उम्मीद कितनी? हितेश के पिता पकंज सिंह पूरे परिवार के साथ बिहार से आकर गुजरात के आणंद में बस गए थे. शुरुआती दिनों में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की जिसमें उन्हें 600 रुपये मेहनताना मिलता है. इसके बाद 2007 में ड्राइविंग सीखकर नौकरी शुरू की. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के चलते हितेश ने लोन लेकर भी पढ़ाई की. आईआईएम अहमदाबाद से उन्होंने फूड एंड एग्री बिजनेस मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट किया जिसके लिए उन्हें स्कॉलरशिप मिली.