राष्ट्रीय
PM मोदी करेंगे कोरोना प्रभावित राज्यों के DM से सीधी बात, जानेंगे अनुभव और परेशानी


पीएम 18 मई को 46 जिलों के डीएम से करेंगे सीधा संवाद.
देश में कोविड-19 का संक्रमण बढ़ने पर केंद्र और राज्य सरकारों के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन ही धरातल पर काम करता है. ऐसे में महामारी के दौरान आने वाली परेशानियों और नवाचारों को भी उससे बेहतर कोई नहीं समझ सकता है. पीएम मोदी जिलाधिकारियों के इन्हीं अनुभवों को साझा करने के लिए मंगलवार को उनके साथ सीधा संवाद करेंगे.
नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण के बिगड़ते-सुधरते हालात के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 46 जिलों के अधिकारियों से सीधा संवाद करेंगे. 18 मई को डिजटली होने जा रहे इस संवाद में कर्नाटक, बिहार, असम, चंडीगढ़, तमिलनाडु, उत्तराखंड, एमपी, गोवा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के जिलाधिकारी शामिल होंगे. पीएम का इन अधिकारियों से संवाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होगा और ये बैठक 11 बजे शुरू होगी. जिन राज्यों के डीएम बैठक में हिस्सा लेंगे, वे उन राज्यों के हैं, जहां कोरोना के मामले में भारी उछाल देखा गया है. पीएम से साझा करेंगे अनुभव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक में अधिकारियों से कोविड से निपटने में पेश आ रही दिक्कतों और उनके अनुभवों के बारे में जानेंगे. राज्यों और जिलों में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व स्थानीय स्तर पर वहां के जिला अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है. इस बीच महामारी से निबटने के लिए कईं अधिकारियों ने कई बड़ी पहल की है, जिसका काफी उत्साहजनक परिणाम देखने को मिला है. पीएम ऐसे अधिकारियों से उनके विचार और अनुभव जानेंगे जबकि अपनी बातें और सुझाव भी उनसे साझा करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंगलवार की बैठक में 46 जिलों के अधिकारी मौजूद रहेंगे. 20 मई को 54 और जिलों के डीएम से करेंगे संवादइसी तरह की दूसरी बैठक 20 मई को भी होगी, जिसमें पीएम 10 राज्यों के 54 जिलाधिकारियों से संवाद करेंगे. 20 मई को पश्चिम बंगाल समेत उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, पुडुचेरी, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड, उड़ीसा, केरल और हरियाणा के जिलाधिकारी संवाद में शामिल होंगे. देश के जिलों में कोरोना की ज़मीनी स्थिति क्या है और इसकी रोकथाम कैसे की जाए, इस पर पीएम मोदी जिलाधिकारियों से बात करेंगे. देश के कई ज़िले ऐसे हैं, जहां कोरोना के मामले बेतहाशा बढ़ते जा रहे हैं जबकि ऐसे भी कई ज़िले हैं, जहां के प्रशासन ने कोरोना मामलों पर बेहतरीन तरीक़े से अंकुश लगाया है. ऐसे में ज़मीनी धरातल पर क्या क्या परेशानी हैं, सीमित संसाधनों में किस तरह से बेहतर काम किया जा सकता है. इन सभी बिंदुओं पर प्रधानमंत्री मोदी अधिकारियों से खुद विमर्श करेंगे.